अहमदाबाद, 12 अक्टूबर : गुजरात (Gujarat) के वडोदरा शहर में नवरात्रि के उत्सव के दौरान अनुसूचित जाति की दो महिलाओं को गरबा नृत्य करने से कथित तौर पर रोक दिया गया, जिसके बाद तीन पुरुषों और एक महिला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी. रविवार रात को हुई इस घटना की जानकारी मिलने पर गुजरात के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री प्रदीप परमार ने जांच के आदेश दिए और वडोदरा जिला पुलिस अधीक्षक और जिलाधीश को घटनास्थल का दौरा करने को कहा.
यह कथित घटना वडोदरा जिले में सावली पुलिस थाने के तहत आने वाले पिलोल गांव की है जब अनुसूचित जाति की एक महिला और उसकी एक रिश्तेदार को एक पंडाल में गरबा नृत्य करने से रोक दिया गया. यह भी पढ़ें : Lakhimpur Kheri Violence: हिंसा में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने के लिए आज ‘शहीद किसान दिवस’ मनाएंगे किसान संगठन
पुलिस उपाधीक्षक एस. के. वाला ने कहा, ‘‘सोमवार को दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, ऊंची जाति की एक महिला ने दो दलित महिलाओं को गरबा करने से रोक दिया और उन्हें पंडाल से जाने को कहा. आरोपी महिला ने जातिवादी टिप्पणियां कर उनका अपमान भी किया. जब महिला का पति घटनास्थल पर पहुंचा तो आरोपी महिला के साथ छत्रसिंह परमार और दो अन्य लोगों ने भी उन पर जातिवादी टिप्पणी की.’’