अलीगढ़ (उप्र), 30 जून : अलीगढ़ की मामू-भांजा कॉलोनी में एक युवक की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किये जाने के मामले के करीब दो हफ्ते बाद मृतक समेत नौ लोगों के खिलाफ डकैती समेत भारतीय दंड संहिता की अन्य धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी. पुलिस के अनुसार, भीड़ द्वारा हिंसा किए जाने के मामले में गिरफ्तार राहुल मित्तल की मां लक्ष्मी मित्तल की शिकायत पर यह प्राथमिकी दर्ज की गयी है. भीड़ द्वारा हिंसा की यह घटना मित्तल के घर के बाहर हुई थी. लक्ष्मी मित्तल ने अपनी तहरीर में आरोप लगाया है कि 18 जून की रात को मोहम्मद फरीद उर्फ औरंगजेब (35) ने उसके घर में घुसकर उसके साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश की और उसने घर से कीमती सामान भी लूट लिया.
लक्ष्मी मित्तल ने इस शिकायत में मोहम्मद फरीद, सलमान मोहम्मद जकी और छह अन्य का भी नाम लिया है. उसने अपनी शिकायत में कहा है कि जब उसके परिवार के सदस्य उसे बचाने के लिए दौड़े और उन्होंने आरोपियों को वहां से भगाया, तभी फरीद का संतुलन बिगड़ गया और वह सीढ़ियों से नीचे गिर गया जिससे उसकी मौत हो गई. पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर मृतक और अन्य आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 354 (महिला को निर्वस्त्र करने के इरादे से आपराधिक बल का प्रयोग) और 395 (डकैती) के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस ने आधिकारिक तौर पर इस बात का कोई कारण नहीं बताया है कि लूट का मामला घटना के इतने दिनों बाद क्यों दर्ज किया गया. यह भी पढ़ें : Mohan Yadav On Mann Ki Baat: देश में सकारात्मक माहौल बनाने में ‘मन की बात’ कारगर
पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) राकेश कुमार सिसोदिया ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हाल में सामने आए कुछ तथ्यों के मद्देनजर नौ लोगों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज किया गया है, जिनमें दो अज्ञात और बाकी नामजद हैं.’’ इसके हिंसा में मारे गये फरीद के परिवार द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मोहम्मद फरीद 18 जून को जब काम से घर लौट रहा था, तब मामू भांजा इलाके में चोरी के संदेह में कुछ लोगों ने उसे घेर लिया और उसकी पिटाई कर दी. शिकायत में कहा गया है कि पुलिस जब तक मौके पर पहुंची, फरीद गंभीर रूप से घायल हो चुका था और उसे मलखान सिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.