नोएडा (उप्र), 20 दिसंबर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता ‘‘बहुत खराब’’ दर्ज की गई जबकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में यह ‘‘खराब’’ रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 की मौजूदगी भी दिल्ली के पास स्थित नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में अधिक रही।
शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
सीपीसीबी के ‘समीर’ ऐप के अनुसार, रविवार शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में 346, नोएडा में 333, फरीदाबाद में 294 और गुरुग्राम में 262 रहा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने कहा कि वायु गुणवत्ता सूचकांक का लंबे समय तक ‘‘बहुत खराब’’ श्रेणी में रहना श्वसन संबंधी बीमारी का कारण बन सकता है जबकि ‘‘खराब’’ श्रेणी से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
शनिवार को औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक नोएडा में 301, गाजियाबाद में 295, ग्रेटर नोएडा में 292, फरीदाबाद में 260 और गुरुग्राम में 260 था।
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