चंडीगढ़, नौ नवंबर पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में शनिवार को वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही, जबकि दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में यह ‘बहुत खराब’ रही एवं यहां एक्यूआई 322 दर्ज किया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के समीर ऐप के अनुसार, हरियाणा के बहादुरगढ़ में सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 314 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है।
हरियाणा के अन्य स्थानों-- सोनीपत में एक्यूआई 290, हिसार में 285, भिवानी में 277, जींद में 275, चरखी दादरी में 258, गुरुग्राम में 259, फ़रीदाबाद में 220, यमुनानगर में 213, रोहतक में 238, कुरूक्षेत्र में 202, कैथल में 205, फतेहाबाद में 198, अंबाला में 160, सिरसा में 181 और करनाल में 144 दर्ज किया गया।
पंजाब के मंडी गोबिंदगढ़ में एक्यूआई 264, अमृतसर में 258, रूपनगर में 257, जालंधर में 248, लुधियाना में 197, बठिंडा में 183, खन्ना में 176 और पटियाला में 133 दर्ज किया गया।
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर को ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।
पंजाब-हरियाणा और दिल्ली में साल के इस समय वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ जाने का कारण पराली जलाना माना जाता है।
पंजाब में शुक्रवार को पराली जलाने की कुल 730 घटनाएं दर्ज की गईं, जिससे इस मौसम में इन घटनाओं की कुल संख्या 6,029 हो गई।
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