देश की खबरें | दिल्ली में लगातार दूसरे दिन वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में

नयी दिल्ली, चार नवंबर दिल्ली में धुएं की मोटी परत छाये रहने के चलते शुक्रवार को लगातार दूसरे दिन शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज किया गया।

दिल्ली में प्राथमिक तौर पर मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों और पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं के कारण दोपहर दो बजे एक्यूआई 445 दर्ज किया गया।

गौरतलब है कि 400 से ऊपर का एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है और यह स्वस्थ लोगों को प्रभावित कर सकता है और बीमारियों से जूझ रहे लोगों को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकता है।

वायु गुणवत्ता निगरानी वाले लगभग सभी स्टेशन में ‘गंभीर’ एक्यूआई दर्ज किया गया जबकि इनमें से 13 स्टेशन में एक्यूआई 450 से ऊपर रहा।

दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के मुताबिक, कई क्षेत्रों में फेफड़ों को नुकसान पहुंचाने वाले सूक्ष्म कणों की सांद्रता, जिन्हें पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है, 600 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से ऊपर दर्ज की गई, जो 60 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर की सुरक्षित सीमा से कई गुना अधिक थी।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए शनिवार से प्राथमिक स्कूलों को बंद करने की घोषणा की।

वहीं, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार के 50 फीसदी कर्मचारियों को सोमवार से ‘घर से काम’ (वर्क फ्रॉम होम) करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि निजी कार्यालयों को भी इस नियम का अनुसरण करने के संबंध में परामर्श जारी किया जाएगा।

राय ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन को मजबूत करने के लिए सरकार ‘पर्यावरण बस सेवा’ भी शुरू करेगी, जिसमें 500 निजी सीएनजी बसें शामिल की जाएंगी।

दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 दर्ज किया गया जो ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के करीब है। दिल्ली के पीएम2.5 प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी बृहस्पतिवार को बढ़कर 38 प्रतिशत हो गई, जो अब तक इस वर्ष के दौरान सबसे अधिक है।

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