नयी दिल्ली, 28 नवंबर एयर इंडिया के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कैम्पबेल विल्सन ने बृहस्पतिवार को कहा कि हवाई यातायात में अधिकांश वृद्धि 2025 में घरेलू और कम दूरी की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से देखने को मिलेगी। कंपनी के बेड़े में ज्यादातर विमान छोटे आकार वाले शामिल हो रहे हैं और बड़े आकार वाले पुराने विमानों को अगले वर्ष नया रूप देने के लिए भेजा जाएगा।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन ने पांच साल की बदलाव यात्रा शुरू की है। एयरलाइन को उसके बेड़े में 2027 तक 400 विमान होने की उम्मीद है।
फिलहाल एयर इंडिया एक्सप्रेस सहित एयर इंडिया समूह के बेड़े में लगभग 300 विमान है।
विल्सन ने संवाददाताओं से कहा कि एयरलाइन समूह की घरेलू बाजार हिस्सेदारी लगभग 29 प्रतिशत है और महानगरों के बीच उड़ानों में यह 55 प्रतिशत है। उन्होंने कहा कि शीर्ष 120 घरेलू मार्गों पर एयर इंडिया की बाजार हिस्सेदारी लगभग 40 प्रतिशत है।
उनके अनुसार, पुराने बड़े विमानों को नया रूप देने का अभियान 2025 की शुरुआत में शुरू होगा।
विल्सन ने कहा, “उम्मीद थी कि अब तक 787 और 777 विमानों को नया रूप देने का काम शुरू हो जाएगा। दुर्भाग्य से, कुछ क्षेत्रों में वैश्विक आपूर्ति शृंखला अभी भी ठीक हो रही है और विशेष रूप से सीटें एक चुनौती हैं...।”
विल्सन ने कहा, “जब 2025 में यह शुरू हो जाएगा, तब हम हर महीने तीन-चार विमान बनाएंगे, जब तक कि 40 बड़े विमानों का पूरा सेट नहीं हो जाता।”
टाटा समूह द्वारा अपने एयरलाइन कारोबार को मजबूत करने के तहत, एयर इंडिया ने विस्तारा को अपने साथ मिला लिया है और एआईएक्स कनेक्ट को एयर इंडिया एक्सप्रेस के साथ एकीकृत कर दिया गया है।
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