लखनऊ, 21 अप्रैल समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर समाज में नफरत फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह दोनों ताकतें जिस एजेंडा का प्रसार कर रही हैं, उससे लोकतंत्र, एकता तथा सद्भाव को गम्भीर क्षति पहुंच रही है।
अखिलेश ने लखनऊ में दिये गये अपने बयान में आरोप लगाया कि भाजपा और संघ सबको धर्म के आधार पर भड़काते और बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के साथ खेलते हैं।
उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से भारत एक लोकतांत्रिक और पंथनिरपेक्ष, समाजवादी देश बन पाया, लेकिन भाजपा इस सामाजिक तानेबाने को तोड़ने में लगी है। अखिलेश ने आरोप लगाया कि हिन्दू-मुस्लिम की गंगा-जमुनी तहजीब को भाजपा खंडित करने का प्रयास कर रही है।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि अपनी एकाधिकारवादी सत्ता के लिए लालायित भाजपा सरकार छल और सत्ता की ताकत से विपक्ष की विरोध और असहमति की आवाजों को भी दबाना चाहती है। मीडिया को अपने साथ करने के लिए चौथे स्तम्भ पर भी दबाव बनाया जाता है।
उन्होंने कहा स्पष्ट है कि भाजपा राज का यही चरित्र है कि वह अपने विरोधी को फूटी आंख नहीं देखना चाहती है। भाजपा नेतृत्व में ना तो लोकतंत्र की मान्यताओं के प्रति कोई सम्मान-भाव है और ना ही उनमें संविधान के प्रति आस्था है।
सलीम
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