धुले/नासिक, आठ नवंबर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अपने प्रचार अभियान की शुरुआत ‘एक हैं, तो सेफ हैं’ के एकता संदेश के साथ की। उनका यह आह्वान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नारे ‘बटेंगे तो कटेंगे’ के कुछ दिनों के बाद ही आया है।
मोदी ने इस दौरान महाराष्ट्र में कांग्रेस के सहयोगियों को चुनौती दी कि वह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से 15 मिनट के लिए हिंदुत्व विचारक वी डी सावरकर और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की प्रशंसा में बुलवाकर दिखाएं।
दिन में दो चुनावी रैलियों को संबोधित करते हुए भाजपा के स्टार प्रचारक ने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी जाति से लड़ाने की ‘विभाजनकारी’ राजनीति का आरोप लगाया और कहा कि पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के दिनों से ही पार्टी आरक्षण की विरोधी रही है।
सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के लिए वोट मांगते हुए उन्होंने विकास के एजेंडे का जिक्र किया और महा विकास अघाडी (एमवीए) को दिशाहीन के तौर पर प्रस्तुत करने का प्रयास करते हुए कहा कि विपक्षी धड़ा बिना पहियों या ब्रेक वाले वाहन जैसा है और जहां चालक की सीट पर कब्जा करने के लिए सहयोगियों के बीच लड़ाई है।
महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले मतदान के लिए उत्तर महाराष्ट्र के धुले में अपनी पहली रैली में मोदी ने कांग्रेस पर एक जाति को दूसरी के खिलाफ खड़ा करने का आरोप लगाया और लोगों से एकजुट रहने की अपील की।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी का एकमात्र एजेंडा एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ लड़ाना है। वे नहीं चाहते कि एससी, एसटी और ओबीसी प्रगति करें और उन्हें उचित सम्मान मिले... याद रखें, ‘एक हैं तो सेफ हैं'।’’
उल्लेखनीय है कि अपनी रैलियों में भाजपा के वरिष्ठ नेता आदित्यनाथ ‘बटेंगे तो कटेंगे का नारा बुलंद कर रहे हैं।
कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मोदी ने उस पर (कांग्रेस पर) आजादी के बाद सत्ता संभालने के बाद से ही आरक्षण विरोधी होने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘नेहरू के समय से ही कांग्रेस और उनके परिवार ने आरक्षण का विरोध किया और अब उनकी चौथी पीढ़ी के युवराज जाति विभाजन के लिए काम कर रहे हैं।’’
मोदी ने कांग्रेस नीत ‘इंडिया’ गठबंधन पर जम्मू-कश्मीर से भारत का संविधान हटाने का प्रयास करने का आरोप लगाया और साथ ही जोर देकर कहा कि दुनिया की कोई ताकत वहां अनुच्छेद 370 को बहाल नहीं कर सकती।
मोदी ने कहा कि दलितों और आदिवासियों को भड़काने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन कोरी किताबों को संविधान के रूप में पेश कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस और उसके सहयोगियों को ‘पाकिस्तान के एजेंडे’ को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और अलगाववादियों की नहीं बोलनी चाहिए। मोदी ने कहा कि जब तक उन्हें लोगों का आशीर्वाद प्राप्त है, तब तक विपक्ष का एजेंडा सफल नहीं होगा।
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