जहाज पर छापे के बाद भाजपा नेता के रिश्तेदार को एनसीबी ने छोड़ दिया: राकांपा
एनसीबी (Photo Credits: Twitter)

मुंबई, 8 अक्टूबर : स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (NCB) पर हमला तेज करते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि हाल ही में मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद ब्यूरो ने दो लोगों को छोड़ दिया, जिनमें से एक व्यक्ति भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक बड़े नेता का रिश्तेदार था. ब्यूरो के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े पर निशाना साधते हुए राकांपा प्रवक्ता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने ब्यूरो अधिकारियों के आचरण पर भी सवाल उठाए. हालांकि भाजपा ने यह कहते हुए पलटवार किया कि एनसीबी के विरूद्ध राकांपा का दावा ‘बेबुनियाद’ है और एजेंसी के खिलाफ मलिक के अपनी ‘नाराजगी व्यक्त’ करने की पीछे उनके व्यक्तिगत कारण हैं. मलिक ने आरोप लगाया, ‘‘छापेमारी के बाद एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े ने बताया कि 8-10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. समूचे अभियान का नेतृत्व करने वाला अधिकारी अनिश्चित जवाब कैसे दे सकता है? अगर 10 लोगों को पकड़ा गया तो दो लोगों को क्यों छोड़ा गया...और दोनों में से एक भाजपा के एक बड़े नेता का रिश्तेदार था.’’

शरद पवार के नेतृत्व वाली राकांपा द्वारा एनसीबी के खिलाफ आरोप लगाए जाने के एक दिन पहले आयकर विभाग ने पार्टी नेता और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजित पवार से जुड़े वाणिज्यिक परिसरों पर छापेमारी की थी. मलिक ने कहा कि वह उस भाजपा नेता के नाम का खुलासा करने के लिए शनिवार को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करेंगे, जिसके रिश्तेदार को एनसीबी ने छोड़ दिया था. राकांपा नेता ने कहा कि पवार से जुड़ी संस्थाओं पर आयकर विभाग की छापेमारी का मकसद उन्हें बदनाम करना था. बुधवार को, मलिक ने क्रूज जहाज पर एनसीबी के दो अक्टूबर के छापे को ‘‘फर्जी’’ करार दिया था और आरोप लगाया था कि इस दौरान कोई मादक पदार्थ नहीं मिला था. एनसीबी ने शनिवार को गोवा जाने वाले जहाज से मादक पदार्थ जब्त करने के बाद सिने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान सहित अब तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया है. उल्लेखनीय है कि मलिक के दामाद समीर खान को एनसीबी ने 13 जनवरी को कथित ड्रग मामले में गिरफ्तार किया था. सितंबर में उन्हें जमानत मिली थी. यह भी पढ़ें : Indigo Airlines: उत्तर प्रदेश कंज्यूमर पैनल ने एयरलाइंस पर लगाया 85.5 लाख रुपये का जुर्माना

मलिक के आरोपों पर भाजपा नेता तथा विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण डारेकर ने कहा कि मादक पदार्थ के धंधे की बुराई पर अंकुश लगाने में जुटी एनसीबी जैसी एजेंसियों पर संदेह प्रकट करना अनुपयुक्त है. उन्होंने कहा , ‘‘ वह (मलिक) राजनीतिक बयान दे रहे हैं. मलिक के दावे बेबुनियाद हैं. यदि उनके पास कोई सबूत है तो उन्हें उसे जांच एजेंसी को देना चाहिए.’’ भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ नवाब मलिक और एनसीबी का संबंध सुविदित है. मैं उनके दामाद के बारे में जिक्र नहीं करना चाहता. जब भी उन्हें (मलिक को) मौका मिलता है, वह एनसीबी के विरूद्ध अपना क्रोध प्रकट करने की चेष्टा करते हैं. एनसीबी ने स्पष्ट तौर पर अपना रूख सामने रख दिया है.’’ राकांपा महाराष्ट्र में शिवसेना एवं कांग्रेस के साथ सरकार में सत्तासीन है.