ठग सुकेश चंद्रशेखर के आरोपों के बाद तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल का तबादला
ठग सुकेश चंद्रशेखर द्वारा जेल में संरक्षण के ऐवज में 10 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोप लगाए जाने के कुछ दिन बाद तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल का तबादला कर दिया गया.
नयी दिल्ली, 4 नवंबर : ठग सुकेश चंद्रशेखर द्वारा जेल में संरक्षण के ऐवज में 10 करोड़ रुपये की जबरन वसूली के आरोप लगाए जाने के कुछ दिन बाद तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल का तबादला कर दिया गया. शुक्रवार को जारी एक आधिकारिक आदेश के मुताबिक, 1989 बैच के एजीएमयूटी कैडर के अधिकारी गोयल का तिहाड़ जेल से तबादला किया गया है और उन्हें आगे के आदेशों के लिए पुलिस मुख्यालय में रिपोर्ट करने को कहा गया है. आदेश के मुताबिक, 1989 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी संजय बेनीवाल को नया महानिदेशक (जेल) बनाया गया है.
जेल में बंद ठग सुकेश चंद्रशेखर ने दिल्ली के उपराज्यपाल को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन ने जेल में उसकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 2019 में 10 करोड़ रुपये वसूले थे. चंद्रशेखर यहां मंडोली जेल में बंद है और उसने सात अक्टूबर को पत्र लिखा था. चंद्रशेखर के वकील अशोक सिंह ने आठ अक्टूबर को वह पत्र उपराज्यपाल वी. के. सक्सेना को सौंपा था. पत्र में आरोप लगाया गया है कि चंद्रशेखर को दक्षिणी क्षेत्र में पार्टी में कोई महत्वपूर्ण पद देने और राज्यसभा के लिए नामांकन में मदद के लिए आम आदमी पार्टी को 50 करोड़ रुपये से अधिक दिए गए. यह भी पढ़ें :Attack on Imran Khan: पाकिस्तान क्रिकेट बिरादरी ने पूर्व पीएम और कप्तान इमरान खान पर हमले पर क्या कहा- जानें
चंद्रशेखर ने आरोप लगाया था कि 2017 में ‘दो पत्ती चुनाव चिह्न भ्रष्टाचार’ मामले में गिरफ्तारी के बाद उसे तिहाड़ जेल में बंद कर दिया गया था और जैन ने उससे मुलाकात की थी जो उस समय जेल विभाग के भी मंत्री थे. चंद्रशेखर ने यह आरोप भी लगाया था, इसके बाद 2019 में सत्येंद्र जैन और उनके सचिव एवं उनके करीबी दोस्त सुशील ने फिर जेल में मुझसे मुलाकात की, मुझे जेल में सुरक्षित रहने तथा बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के लिए हर महीने दो करोड़ रुपये देने को कहा.’’ पत्र में आगे आरोप लगाया गया, ‘‘इस प्रकार सत्येंद्र जैन को कुल 10 करोड़ रुपये और जेल महानिदेशक संदीप गोयल को 12.50 करोड़ रुपये दिए गए.’’ पत्र में यह भी कहा गया है कि चंद्रशेखर ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को यह जानकारी दी थी.