विदेश की खबरें | अवैध प्रवासियों के खिलाफ पाकिस्तान सरकार की कार्रवाई के विरूद्ध अफगान गायकों का प्रदर्शन
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

कराची, छह अक्टूबर पाकिस्तान में बिना दस्तावेज वाले हजारों प्रवासियों पर सरकार की कार्रवाई से अफगान लोगों में चिंता पैदा हो गयी है तथा उनमें से अनेक लोगों ने अपने संभावित प्रत्यर्पण के खिलाफ क्वेटा में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त कार्यालय (यूएनएचसीआर) के बाहर प्रदर्शन किया है।

बृहस्पतिवार को क्वेटा में यूएनएचसीआर के कार्यालय के बाहर बैनर लिये हुए और नारेबाजी कर रहे दर्जनों अफगान गायकों ने बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों के लिए देश छोड़कर जाने की समय सीमा तय करने के पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के फैसले तथा ऐसा नहीं करने पर जेल में डाल दिये जाने या प्रत्यर्पित कर दिये जाने की उसकी धमकी के खिलाफ प्रदर्शन किया।

अफगान नागरिकों समेत बिना दस्तावेज वाले हजारों नागरिकों पर एक नवंबर की समय सीमा का बुरा असर पड़ेगा। इस कदम का लक्ष्य पाकिस्तान में आतंकवाद एवं तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज करना है।

प्रदर्शनकारी अफगान गायकों ने कहा कि वे अफगानिस्तान नहीं लौटना चाहते हैं, क्योंकि तालिबान शासन उनपर अत्याचार कर सकता है। उन्होंने कहा कि उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि यदि उन्हें उनके देश भेज दिया जाता है, तो उनका भविष्य क्या होगा।

अफगान गायक अहमद शेदायी ने मीडिया से कहा, ‘‘ हमें प्रत्यर्पण का डर है । वैसे तो हमारे पास वैध शरणार्थी दस्तावेज हैं, लेकिन हमें चिंता है कि (हमारा) क्या होगा।’’

इन गायकों ने कहा कि तालिबान गायकों को सही नहीं मानता है और वे अफगानिस्तान में सुरक्षित नहीं रहेंगे।

अगस्त, 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद वहां से भाग गये शेदायी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को अपनी जिंदगी और सुरक्षा की चिंता सता रही है।

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