प्रशासनिक कार्रवाई जांच कमेटी की संस्तुतियों के आधार पर की गई है। सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि टीकाकरण के दौरान लापरवाही हुई है, जिसके कारण उप केंद्र मुडिला की एएनएम (सहायक नर्स) कलावती को निलंबित करते हुए उन्हें इटवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से संबद्ध किया गया है जबकि शीत श्रृंखला (कोल्ड चेन) से कोविशील्ड की 50 खुराक गुम होने के कारण प्रतिरक्षण अधिकारी शांति सिंह से 7500 रुपये की वसूली के आदेश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बढ़नी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. शिवेष्ट कुमार पटेल को उक्त कृत्य के लिए प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए उनका स्थानांतरण इसी पद पर लोटन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए कर दिया गया है जबकि लोटन के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार चौधरी का स्थानांतरण बढ़नी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के पद पर किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सिद्धार्थनगर में स्वास्थ्य कर्मियों की बड़ी लापरवाही सामने आई थी और जिले के बढ़नी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर टीकाकरण के दौरान 20 लोगों को पहली खुराक में कोविशील्ड जबकि दूसरी खुराक कोवैक्सीन की लगा दी गयी थी। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।
मामला जिले के बढ़नी प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र का है जहां औदही कलां समेत दो गांवों में लगभग 20 लोगों को टीके की पहली खुराक कोविशिल्ड की लगाई गयी, लेकिन 14 मई को दूसरी डोज लगाते समय स्वास्थ्यकर्मियों ने भारी लापरवाही बरतते हुए कोवैक्सीन लगा दी।
टीका लगवा चुके राम सूरत को जब इस बात की जानकारी हुई तो वह भयभीत हो गये और जब उन्होंने केन्द्र पर सम्पर्क किया तो इस गलती का खुलासा हुआ था।
इस लापरवाही के बारे में पूछे जाने पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संदीप चौधरी ने स्वीकार किया कि लगभग 20 लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए काकटेल टीका लगा दिया । उन्होंने बताया, हालांकि जिन लोगों को वैक्सीन लगाई गई उनमें किसी में भी अब तक कोई समस्या देखने को नहीं मिली है और वे सभी स्वस्थ हैं। उन्होंने बताया कि मौके पर वरिष्ठ चिकित्सकों की टीम भेजी गई थी जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है।
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