लातूर, 27 दिसंबर मराठा समुदाय के सदस्यों ने बीड के मासजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की नृशंस हत्या के विरोध में शुक्रवार को लातूर के रेनापुर में मार्च निकाला और उनके परिवार के लिए न्याय की मांग की।
देशमुख की बेटी वैभवी और बेटे विराज ने भी ‘आक्रोश मोर्चा’ में हिस्सा लिया और मार्च के अंत में उन्होंने तहसीलदार मंजूषा भगत को अपनी मांगों वाला एक ज्ञापन सौंपा।
इन मांगों में मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में करने, आरोपियों को मृत्युदंड देने, देशमुख के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने तथा मामला दर्ज करने में कथित तौर पर देरी करने वाले या आरोपियों की सहायता करने वाले पुलिस अधिकारियों को निलंबित करना शामिल है।
रेनापुर तालुका में ‘सकल मराठा समाज’ के बैनर तले आयोजित इस मार्च में मराठा समुदाय के हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। यह मार्च श्रीराम विद्यालय से तहसील कार्यालय तक निकाला गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा।
उन्होंने मामले में ‘‘त्वरित कार्रवाई नहीं किए जाने’’ की निंदा करते हुए नारे लगाए। उन्होंने परभणी में सोमनाथ सूर्यवंशी की हिरासत में हुई मौत के मामले में प्रशासन के खिलाफ़ सख्त कार्रवाई की भी मांग की।
इस अवसर पर वैभवी देशमुख ने भावुक अपील करते हुए कहा कि सरकार को उनके परिवार के लिए न्याय सुनिश्चित करना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं रेनापुर तहसील के वाला गांव की इस मिट्टी से हूं। न्याय की हमारी लड़ाई में हमारा साथ दें। किसी और परिवार को वह त्रासदी न झेलनी पड़े जो हमने झेली है? मेरे पिता ने अपने परिवार से ज़्यादा समुदाय के कल्याण को प्राथमिकता दी और ग्राम पंचायत में उनके योगदान के लिए उन्हें पुरस्कार भी मिले। सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमें न्याय मिले और आरोपियों को बिना देरी के गिरफ्तार किया जाए।’’
सकल मराठा समाज ने इस मुद्दे पर चार और विरोध प्रदर्शनों की घोषणा की है। पहला प्रदर्शन एक जनवरी को रेनापुर-पिंपल फाटा पर सड़क अवरुद्ध करने के लिए किया जाएगा।
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