मुंबई, नौ अक्टूबर सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी), बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग (बीपीओ)/आईटीईएस और एफएमसीजी क्षेत्रों में नकारात्मक रुझान के बीच सितंबर में दफ्तर में काम करने वालों की भर्तियों में सालाना आधार पर 8.6 प्रतिशत गिरावट आई है। सोमवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।
हालांकि, मासिक आधार पर भर्तियों में करीब छह प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
नौकरीडॉटकॉम के मासिक ‘नौकरी जॉबसीक इंडेक्स’ के अनुसार, सितंबर में दफ्तर में काम के लिए 2,835 भर्तियां की गईं, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 8.6 प्रतिशत कम है। पिछले साल समान अवधि में 3,103 लोगों की भर्ती की गई थी।
नौकरी जॉबस्पीक एक मासिक सूचकांक है जो भारतीय नौकरी बाजार की स्थिति और नौकरीडॉटकॉम के ‘बायोडाटा डेटाबेस’ पर कंपनियों द्वारा सूचीबद्ध की गई नई नौकरियों तथा नौकरी से संबंधित खोजों के आधार पर भर्ती गतिविधियों को दर्शाता है।
सर्वेक्षण के अनुसार, आईटी क्षेत्र को वैश्विक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है और पिछले कुछ महीनों में नियुक्तियों की संख्या में कमी देखी गई है। साथ ही बीपीओ/आईटीईएस और एफएमसीजी ने भी इस अवधि में क्रमशः 25 प्रतिशत और 23 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की।
नौकरीडॉटकॉम के मुख्य कारोबार अधिकारी पवन गोयल ने कहा, ‘‘ हालांकि, आईटी क्षेत्र पर प्रभाव जारी है, बैंकिंग क्षेत्र में मजबूत वृद्धि अच्छी खबर है। समग्र सूचकांक का क्रमिक रूप से छह प्रतिशत बढ़ना क्षेत्रीय विविधता पर आधारित भारतीय नौकरी बाजार के जुझारूपन को रेखांकित करता है।’’
रिपोर्ट में कहा गया कि आतिथ्य और यात्रा उद्योग में अधिकतम वृद्धि देखी गई, क्योंकि परिवारों और अकेले सफर करने वालों ने मानसून के मौसम में काफी यात्राएं कीं।
इस बीच, रिपोर्ट में पाया गया कि छोटे शहर सितंबर, 2023 में रोजगार सृजन के मामले में महानगरों से आगे रहे।
वडोदरा, अहमदाबाद और जयपुर शहरों में सितंबर में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में भर्तियों में क्रमशः चार प्रतिशत, तीन प्रतिशत और दो प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)