नयी दिल्ली, 19 जुलाई देश भर में सोमवार को बारिश से संबंधित घटनाओं में सोलह लोगों की मौत हो गई, तीन घायल हो गए और चार अन्य के डूबने की आशंका है। वहीं मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में और बारिश की भविष्यवाणी की है।
महाराष्ट्र के ठाणे जिले के कलवा इलाके में लगातार बारिश के कारण झुग्गी बस्ती पर एक विशालकाय पत्थर के लुढ़क कर गिरने से एक परिवार के तीन नाबालिगों सहित पांच सदस्यों की मौत हो गई, रायगढ़ में तीन लोगों के डूबने की आशंका है जबकि एक चार वर्षीय बच्चे की पालघर में खुले नाले में गिरने से मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में भारी बारिश के कारण मकान का एक बड़ा हिस्सा गिरने से एक महिला और उसके दो साल के बेटे की मौत हो गई जबकि इसी तरह की घटना में संभल जिले में 14 वर्षीय लड़के की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए।
उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में दो निकटवर्ती गांवों में बादल फटने से एक मां-बेटी सहित एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई और एक व्यक्ति लापता हो गया, जबकि दिल्ली में पानी भरे रेल अंडरपास का वीडियो बनाते समय 27 वर्षीय एक व्यक्ति डूब गया। गुरुग्राम में एक पानी भरे एक अंडरपास से एक शव निकाला गया।
इसके अलावा, एक दिन पहले भारी बारिश के बाद गुरुग्राम में गिरे एक घर के मलबे के नीचे से दो शव निकाले गए।
बारिश से प्रभावित महाराष्ट्र में, 78 महिलाओं और पांच बच्चों सहित 116 पिकनिक मनाने वाले नवी मुंबई के खारघर पहाड़ियों में बारिश के कारण फंसे हुए थे और उन्हें बचाया जाना था।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मुंबई, ठाणे, पालघर, रायगढ़, रत्नागिरि और सिंधुदुर्ग जिलों के लिए तथा पुणे, सतारा और कोल्हापुर के लिए अगले 24 घंटों में अत्यधिक भारी वर्षा के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है।
इसने 20 जुलाई से 23 जुलाई तक इन जिलों के लिए 'ऑरेंज अलर्ट' भी जारी किया। राज्य के बाकी हिस्सों में अगले पांच दिनों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा कि उत्तर में दिल्ली में मंगलवार तक मध्यम दर्जे की बारिश जारी रहने और कुछ अलग-अलग स्थानों पर तेज बारिश होने की उम्मीद है। दिल्ली में कल रातभर लगतार बारिश हुई। सुबह साढ़े आठ बजे तक 70 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिससे शहर के कई हिस्सों में जलभराव हो गया।
मौसम विभाग ने गरज चमक के साथ वर्षा होने के कारण ‘‘फिसलन वाली सड़कों और यातायात बाधित’’ होने को लेकर परामर्श जारी किया है। इसने बारिश और तेज हवाओं के कारण "वृक्षारोपण, बागवानी, खड़ी फसलों, कमजोर संरचनाओं, कच्चे घरों और झोपड़ियों को आंशिक नुकसान" को लेकर भी चेतावनी जारी की।
विभाग ने कहा कि मध्यम से भारी बारिश के कारण "दृश्यता में बीच बीच में कमी" हो सकती है और निचले इलाकों में जलभराव हो सकता है। उसने लोगों को घर के अंदर रहने, खिड़कियां और दरवाजे बंद रखने और पेड़ों के नीचे आश्रय नहीं लेने की सलाह दी।
शहर का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 24.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम सामान्य से आठ डिग्री कम 26.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। लगातार हो रही बारिश के कारण शहर के कई महत्वपूर्ण मार्गों पर जलभराव होने से यातायात बाधित हुआ।
जयपुर में मौसम कार्यालय ने कहा कि राजस्थान के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश हुई। रविवार से सोमवार सुबह तक अलवर में बहरोड़ में अधिकतम 195 मिमी, नीमराना में 190 मिमी, बानसूर में 136 मिमी, मंडावर में 124 मिमी, बुहाना (झुंझुनू) में 117 मिमी और लाडपुरा (कोटा) में 101 मिमी बारिश हुई। इस दौरान कई अन्य स्थानों पर 100 मिमी से कम बारिश दर्ज की गई।
हरियाणा में, राज्य के अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ, जिससे सड़कों और गलियों में पानी भर गया। गुरुग्राम, झज्जर, बहादुरगढ़, कैथल, फरीदाबाद, रेवाड़ी, सोनीपत, अंबाला, भिवानी, पलवल, फतेहाबाद, रोहतक और पंचकूला में बारिश दर्ज की गई।
केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी बारिश हुई, जहां अधिकतम तापमान सामान्य से छह डिग्री कम 27.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
पंजाब में, लुधियाना और पटियाला में, जहां बारिश हुई, अधिकतम तापमान क्रमशः 27.9 डिग्री सेल्सियस और 27.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। अमृतसर में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री कम 31.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि बठिंडा का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
उत्तराखंड में, गंगा, यमुना, भागीरथी, अलकनंदा, मंदाकिनी, पिंडर, नंदाकिनी, टोंस, सरयू, गोरी, काली और रामगंगा सहित राज्य की अधिकांश नदियां पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के बाद उफान पर हैं।
भारी बारिश के कारण भूस्खलन भी हुआ और कई जगहों पर मलबा सड़कों पर आ गया। नतीजतन, उत्तरकाशी जिले में गंगोत्री और यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग विभिन्न बिंदुओं पर अवरुद्ध हो गए।
उत्तरकाशी-लम्बगांव मोटर मार्ग पर एक पुल भी बह गया जिससे बारागद्दी और धौंतरी क्षेत्र के कई गांवों का सम्पर्क जिला मुख्यालय से कट गए।
देहरादून जिले के विकासनगर क्षेत्र में रविवार शाम चिब्रो जलविद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे दो मजदूर अभी भी वहीं फंसे हुए हैं। कलसी थाना प्रभारी ऋतुराज सिंह ने कहा कि उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं लेकिन उनके बचने की संभावना कम है।
उत्तर प्रदेश में, राज्य के पूर्वी हिस्से में कई स्थानों पर और पश्चिमी क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में हल्की से मध्यम मानसूनी बारिश हुई।
विभाग के अधिकारियों ने बताया कि 20 जुलाई को राज्य में छिटपुट स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है।
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