जरुरी जानकारी | मई में 16.30 लाख सदस्य ईपीएफओ से जुड़े

नयी दिल्ली, 20 जुलाई कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से इस साल मई में शुद्ध रूप से 16.30 लाख ग्राहक जुड़े। बृहस्पतिवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई।

श्रम मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "आंकड़ों से पता चलता है कि मई में 3,673 प्रतिष्ठानों ने अपने कर्मचारियों को ईपीएफओ के सामाजिक सुरक्षा दायरे में शामिल किया है।"

आंकड़ों से पता चलता है कि मई में ईपीएफओ से करीब 8.83 लाख नए सदस्य जुड़े जो पिछले छह महीनों का उच्चतम स्तर है।

नए अंशधारकों में से 56.42 प्रतिशत हिस्सेदारी 18-25 वर्ष के उम्र समूह के कर्मचारियों की है। यह युवाओं के संगठित रोजगार में आई तेजी को दर्शाता है।

हालांकि मई में करीब 11.41 लाख अंशधारक ईपीएफओ से हटे लेकिन वे दोबारा इससे जुड़ भी गए। इससे उनके एक नौकरी छोड़कर दूसरी नौकरी करने के संकेत मिलते हैं।

पेरोल आंकड़ों के विश्लेषण से पता चलता है कि इस महीने पहली बार ईपीएफओ का हिस्से बनने वाले 8.83 लाख नए कर्मचारियों में से करीब 2.21 लाख संख्या महिलाओं की थी। मई में शुद्ध रूप से 3.15 लाख महिलाएं ईपीएफओ का हिस्सा बनीं।

राज्यों के स्तर पर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, हरियाणा और गुजरात शुद्ध अंशधारकों के मामले में आगे रहे। इन पांच राज्यों की महीने में शुद्ध रूप से जुड़े अंशधारकों में हिस्सेदारी 57.85 प्रतिशत रही।

प्रेम

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