गुवाहाटी, छह जुलाई असम के प्रसिद्ध काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (केएनपी) में विनाशकारी बाढ़ ने 114 जंगली जानवरों की जान ले ली है, जबकि 95 अन्य को शनिवार तक बचा लिया गया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
केएनपी में शुक्रवार तक पशु मृत्यु दर बढ़कर 77 हो गई है। केएनपी में डूबने से चार गैंडे और 94 ‘हॉग हिरण’ की जान चली गई। इसके अलावा इनमें इलाज के दौरान मरने वाले 11 अन्य पशु शामिल हैं।
केएनपी अधिकारी ने कहा कि वन अधिकारियों ने 86 हॉग हिरण, दो-दो सांभर हिरण और ‘स्कॉप्स उल्लू’ और गैंडे के बछड़े समेत खरगोश, ऊदबिलाव, हाथी और जंगली बिल्ली को बचाया।
अधिकारी ने कहा कि फिलहाल 34 जानवर चिकित्सक की निगरानी में हैं, जबकि 50 अन्य को इलाज के बाद छोड़ दिया गया है।
केएनपी से गुजरने वाले राजमार्ग पर तेज गति वाले वाहन की चपेट में आने से एक हॉग हिरण की भी मौत हो गई।
केएनपी में हाल के वर्षों में पशु मृत्यु दर के मामले में यह सबसे भीषण बाढ़ है।
अधिकारी ने कहा कि पूर्वी असम वन्यजीव प्रभाग में कुल 233 शिविरों में से 66 जलमग्न हो गए हैं, जबकि शुक्रवार को 75 शिविर जलमग्न हो गए थे।
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