फिनलैंड लगातार सातवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है. एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका 20 सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट से बाहर हो गया है. गैलप और उसके सहयोगियों द्वारा जारी की गई 2024 वर्ल्ड हैप्पीनेस रिपोर्ट में, अमेरिका पहली बार 12 साल के इतिहास में टॉप 20 से बाहर हो गया है. पिछले साल 15वें नंबर पर रहने वाला अमेरिका इस बार 23वें स्थान पर खिसक गया है, जबकि 2020 में तालिबान के नियंत्रण में आने के बाद से मानवीय तबाही से त्रस्त अफगानिस्तान, सर्वेक्षण में शामिल 143 देशों में सबसे नीचले पायदान पर है. ये खुलासा बुधवार को प्रकाशित संयुक्त राष्ट्र प्रायोजित वार्षिक विश्व खुशहाली रिपोर्ट में हुआ है.
इस लिस्ट में भारत 126वें नंबर है. वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान 108वें स्थान पर कायम है.
दुनिया नें सबसे खुशहाल देशों की लिस्ट
- फिनलैंड
- डेनमार्क
- आइसलैंड
- स्वीडन
- इजराइल
- नीदरलैंड
- नॉर्वे
- लक्समबर्ग
- स्विट्ज़रलैंड
- ऑस्ट्रेलिया
- न्यूज़ीलैंड
- कोस्टा रिका
- कुवैत
- ऑस्ट्रिया
- कनाडा
- बेल्जियम
- आयरलैंड
- चेकिया
- लिथुआनिया
- यूनाइटेड किंगडम
- स्लोवेनिया
- संयुक्त अरब अमीरात
- संयुक्त राज्य अमेरिका
- जर्मनी
- मेक्सिको
- उरुग्वे
- फ्रांस
- सऊदी अरब
- कोसोवो
- सिंगापुर
- चीन का ताइवान प्रांत
- रोमानिया
- अल साल्वाडोर
- एस्तोनिया
- पोलैंड
- स्पेन
- सर्बिया
- चिली
- पनामा
- माल्टा
- इटली
- ग्वाटेमाला
- निकारागुआ
- ब्राज़िल
- स्लोवाकिया
- लातविया
- उज़्बेकिस्तान
- अर्जेंटीना
- कजाकिस्तान
- साइप्रस
- जापान
- दक्षिण कोरिया
- फिलीपींस
- वियतनाम
- पुर्तगाल
- हंगरी
- पराग्वे
- थाईलैंड
- मलेशिया
- चीन
- होंडुरास
- बहरीन
- क्रोएशिया
- ग्रीस
- बोस्निया-हर्जेगोविना
- लीबिया
- जमैका
- पेरू
- डोमिनिकन गणराज्य
- मॉरीशस
- मोल्दोवा
- रूस
- बोलीविया
- इक्वाडोर
- किर्गिस्तान
- मोंटेनेग्रो
- मंगोलिया
- कोलंबिया
- वेनेज़ुएला
- इंडोनेशिया
- बुल्गारिया
- आर्मेनिया
- दक्षिण अफ्रीका
- उत्तरी मैसेडोनिया
- अल्जीरिया
- हांगकांग एस.ए.आर. चीन का
- अल्बानिया
- ताजिकिस्तान
- कांगो (ब्रेज़ाविल)
- मोज़ाम्बिक
- जॉर्जिया
- इराक
- नेपाल
- लाओस
- गैबॉन
- आइवरी कोस्ट
- गिनी
- तुर्किये
- सेनेगल
- ईरान
- अजरबैजान
- नाइजीरिया
- फिलिस्तीन राज्य
- कैमरून
- यूक्रेन
- नामीबिया
- मोरक्को
- पाकिस्तान
- नाइजर
- बुर्किना फासो
- मॉरिटानिया
- गाम्बिया
- चाड
- केन्या
- ट्यूनीशिया
- बेनिन
- युगांडा
- म्यांमार
- कंबोडिया
- घाना
- लाइबेरिया
- माली
- मेडागास्कर
- टोगो
- जॉर्डन
- भारत
- मिस्र
- श्रीलंका
- बांग्लादेश
- इथियोपिया
- तंजानिया
- कोमोरोस
- यमन
- जाम्बिया
- इस्वातिनी
- मलावी
- बोत्सवाना
- जिम्बाब्वे
- कांगो (किंशासा)
- सिएरा लियोन
- लेसोथो
- लेबनान
- अफगानिस्तान
यह पहली बार है, जब नई रैंकिंग में अमेरिका 23वें और जर्मनी 24वें स्थान पर आ गए हैं. कोस्टा रिका और कुवैत ने 12 और 13वें स्थान पर टॉप 20 में एंट्री मार ली है. उम्र के हिसाब से अधिक बारीकी से देखने पर, लिथुआनिया 30 से कम उम्र के लोगों की सूची में शीर्ष पर है, जबकि डेनमार्क 60 और उससे अधिक उम्र वालों के लिए दुनिया का सबसे खुशहाल देश है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि सबसे खुशहाल देशों में अब दुनिया का कोई भी सबसे बड़ा देश शामिल नहीं है. टॉप 10 देशों में केवल नीदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया की आबादी 15 मिलियन से अधिक है. साल 2006-10 के बाद से हैप्पीनेस इंडेक्स में सबसे तेज गिरावट अफगानिस्तान, लेबनान और जॉर्डन में देखी गई, जबकि पूर्वी यूरोपीय देशों सर्बिया, बुल्गारिया और लातविया में सबसे बड़ी वृद्धि दर्ज की गई है.
किस आधार पर जारी हुई रैंकिंग?
हैप्पीनेस रैंकिंग लोगों के जीवन संतुष्टि के स्व-मूल्यांकन के साथ-साथ प्रति व्यक्ति सकल घरेलू उत्पाद, सामाजिक समर्थन, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार पर आधारित है.