कोरोना संकट के बीच US-चीन में फिर छिड़ सकता है ट्रेड वॉर, डोनाल्ड ट्रंप ने दी व्यापार सौदा रद्द करने की धमकी
अमेरिका (US) और चीन (China) के रिश्तों में दरार बढती जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन को एक व्यापार सौदा (Trade Deal) रद्द करने की चेतावनी दी है. चीन द्वारा अमेरिकी वस्तुओं और सेवाओं की 200 बिलियन डालर से अधिक की खरीद नहीं की गई तो पहले चरण के व्यापार सौदे को समाप्त कर दिया जाएगा.
वाशिंगटन: अमेरिका (US) और चीन (China) के रिश्तों में दरार बढती जा रही है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने चीन को एक व्यापार सौदा (Trade Deal) रद्द करने की चेतावनी दी है. लिंकन मेमोरियल (Lincoln Memorial) में आयोजित टाउनहॉल में ट्रंप ने कहा कि यदि चीन द्वारा अमेरिकी वस्तुओं और सेवाओं की 200 बिलियन डालर से अधिक की खरीद नहीं की गई तो पहले चरण के व्यापार सौदे को समाप्त कर दिया जाएगा.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने केवल वाशिंगटन द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण इस समझौते पर सहमति व्यक्त की थी. ट्रंप ने कहा "हमें यह देखना होगा कि खरीद के साथ क्या हो रहा है. चीन ने हमारे देश का फायदा उठाया है. अब उन्हें खरीदना है और अगर वे नहीं खरीदते हैं, तो हम सौदे को समाप्त कर देंगे. बहुत ही सरल बात है. चीन मुझे फिर राष्ट्रपति निर्वाचित होना नहीं देखना चाहता है." US Presidential Election 2020: डोनाल्ड ट्रंप ने किया टाउनहॉल, अर्थव्यवस्था को खोलने पर दिया जोर
उल्लेखनीय है कि पिछले साल दिसंबर महीने में चीन और अमेरिका के बीच आर्थिक और व्यापार करार पर हस्ताक्षर हुआ था. दोनों देशों ने ट्रेड वॉर को रोकने के लिए पहले चरण के मसौदे पर सहमति जताई थी. इस करार के तहत चीन ने अमेरिकी आयात को 200 बिलियन डॉलर तक बढ़ाने का वादा किया, जबकि इसके बदले अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर लगाया गया उत्पाद शुल्क 50 फीसद तक कम करने की अपील की. US Presidential Election 2020: क्या चीन को विलन बताकर चुनाव जीतने की रणनीति बना रहे हैं डोनाल्ड ट्रंप?
साल 2018 में शुरू हुए अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर से वैश्विक अर्थव्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो रही थी. तब अमेरिका ने चीन के 250 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगाया था. जवाबी प्रतिक्रिया में चीन ने अमेरिका के 110 अरब डॉलर के सामान पर शुल्क लगा दिया था. इसके बाद अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष ने चेताया था कि यदि यह ट्रेड वॉर रुकता नहीं तो वैश्विक अर्थव्यवस्था कमजोर हो जाएगी.