पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरू इशिबा जापान के नए प्रधानमंत्री (Japan New Prime Minister) बनेंगे. उन्होंने सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) के नेतृत्व की दौड़ में जीत हासिल की है. मौजूदा प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की जगह अब शिगेरू इशिबा सत्ता की बागडोर संभालेंगे. इस बार रिकॉर्ड 9 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे.
शुक्रवार को हुए चुनाव में इशिबा (Shigeru Ishiba) ने आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची को हराया. पहले दौर में किसी भी उम्मीदवार को बहुमत नहीं मिला, जिसके बाद रन-ऑफ का आयोजन हुआ. इशिबा की जीत के बाद, अब उन्हें जापान की संसद के निचले सदन पर LDP के नियंत्रण के कारण प्रधानमंत्री बनने की पूरी संभावना है.
शिगेरू इशिबा, जो अपनी सुरक्षा विशेषज्ञता के लिए जाने जाते हैं, ने जापान की रक्षा और सुरक्षा के कई मुद्दों पर गहरी जानकारी और नीतियों का नेतृत्व किया है. उनके प्रधानमंत्री बनने से यह संकेत मिलता है कि जापान अपने राष्ट्रीय सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगा.
इस चुनाव में नौ उम्मीदवार थे, लेकिन पहले दौर में किसी को भी स्पष्ट बहुमत नहीं मिला, जिसके कारण दूसरे दौर का मतदान हुआ. इशिबा की जीत ने जापान की राजनीति में एक नया अध्याय खोला है, और उनकी नई भूमिका में देश के भविष्य को लेकर कई उम्मीदें लगाई जा रही हैं.
BREAKING: Shigeru Ishiba elected as prime minister of Japan
— BNO News (@BNONews) September 27, 2024
इशिबा का करियर और भविष्य की चुनौतियां
शिगेरू इशिबा, जापान के रक्षा मंत्रालय में महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं और उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी स्पष्ट नीति बनाई है. वह अपनी दृढ़ता और स्पष्ट दृष्टिकोण के लिए मशहूर हैं, विशेषकर देश की सैन्य और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा नीतियों को लेकर.
बता दें कि 1 अक्टूबर को किशिदा और उनके कैबिनेटमंत्री इस्तीफा देंगे. संसदीय अनुमोदन के बाद नया नेता नया मंत्रिमंडल बनाएगा. निचले सदन का वर्तमान कार्यकाल अक्टूबर 2025 तक है. अधिकांश उम्मीदवारों का कहना है कि वे पदभार ग्रहण करने के तुरंत बाद चुनाव कराएंगे. पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि कुछ हफ्तों के भीतर चुनाव हो जाएंगे. जापान की संवैधानिक लोकतांत्रिक पार्टी मुख्य विपक्षी दल है. उसने इस साल स्थानीय चुनाव में कुछ जीत हासिल की है. सोमवार को उसने पूर्व प्रधानमंत्री योशीहिको नोडा को नेता चुना.
निचले सदन में महिला प्रतिनिधित्व
जापान की संसद के निचले सदन में महिलाओं की संख्या मात्र 10.3 फीसद है। जिनेवा स्थित अंतर-संसदीय संघ की अप्रैल में आई रिपोर्ट में 190 देशों में महिला प्रतिनिधित्व के मामले में जापान 163वें स्थान पर है. जापान में पितृसत्तात्मक संस्कृति में बेटों के लिए अपने पिता से राजनीतिक शक्ति विरासत में लेना अभी भी सामान्य बात है, नौ उम्मीदवारों में पांच वंशानुगत राजनेता शामिल हैं.