संयुक्त राष्ट्र में धार्मिक अल्पसंख्यकों (Religious Minorities) की सुरक्षा को लेकर बैठक हो रही है. इस दौरान अमेरिका ने चीन और पाकिस्तान को जमकर लताड़ा है. न्यूयॉर्क में हो रही इस बैठक के दौरान अंतराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता मामलों के अमेरिकी एम्बेसडर एट लार्ज सैम ब्राउनबैक (Sam Brownback) ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) में धार्मिक अल्पसंख्यक भेदभावपूर्ण कानूनों और प्रथाओं से पीड़ित हैं. उन्होंने कहा कि चीन (China) में धार्मिक स्वतंत्रता पर व्यापक और अनुचित प्रतिबंध बढ़ाए जा रहे हैं, इसे लेकर हम चितिंत हैं. सैम ब्राउनबैक ने कहा कि हम चीन की सरकार से उस राष्ट्र में सभी के मानवाधिकारों (Human Rights) और मौलिक स्वतंत्रता का सम्मान करने का आग्रह करते हैं.
Sam Brownback, US Ambassador-at-Large for International Religious Freedom,at UN meet on Safety of Religious Minorities,in New York: In Pakistan, religious minorities continue to suffer from prosecution either at hands of non-state elements or through discriminatory laws&practices pic.twitter.com/MMyzANpB98
— ANI (@ANI) August 23, 2019
Sam Brownback, US Ambassador-at-Large for International Religious Freedom, at UN meet on Safety of Religious Minorities, in New York: We urge the Chinese government to respect the human rights & fundamental freedoms of everyone in that nation. https://t.co/XR8ZmPgiqE
— ANI (@ANI) August 23, 2019
अमेरिका के अलावा ब्रिटेन और कनाडा ने भी धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ भेदभाव के लिए पाकिस्तान और चीन को खरी-खोटी सुनाई है. वहीं, मानवाधिकार कार्यकर्ता नावीद वाल्टर ने कहा कि पाकिस्तान और चीन जैसे देशों में राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर लोगों के साथ धर्म के आधार पर पक्षपात हो रहा है. यह भी पढ़ें- कश्मीर को लेकर पाकिस्तान में मतभेद, मामलें को इंटरनेशनल कोर्ट में ले जानें पर सस्पेंस बरकरार
देखें वीडियो-
#WATCH United States, United Kingdom & Canada, at UN meet on Safety of Religious Minorities, in New York, slam Pakistan & China for discrimination against religious minorities. pic.twitter.com/tuSX5fTLls
— ANI (@ANI) August 23, 2019
उधर, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दुनिया भर के देशों से धार्मिक नफरत खत्म करने की अपील की है. बता दें कि हिन्दू अमेरिकी फाउंडेशन ने इस साल जून महीने में पाकिस्तान, अफगानिस्तान, म्यामां और मलेशिया जैसे देशों में अल्पसंख्यक हिन्दू समुदाय के अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सैम ब्राउनबैक को ‘बहुलतावाद को बढ़ावा देने के लिए महात्मा गांधी’ सम्मान दिया था.