इस्लामाबाद: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के संसदीय मामलों के सलाहकार बाबर अवान (Babar Awan) ने कहा है कि पाकिस्तान (Pakistan) की संसद विफल साबित हुई है और जनता संसद में विश्वास नहीं करती है. 'द न्यूज' के साथ एक इंटरव्यू में अवान ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि संसद नीति निर्माण के मामले में वॉचडाग की तरह काम करती है लेकिन मौजूदा संसद इस मामले में पूरी तरह से नाकाम साबित हुई है. यह पाकिस्तान की जनता का विश्वास अर्जित करने में नाकाम रही है.
अवान ने कहा कि जिस तरह कैबिनेट संसद के प्रति जवाबदेह होती है, वैसे ही संसद पाकिस्तानी अवाम के प्रति जवाबदेह है लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि यह लोगों के लिए विधायी काम में असफल रही है. उन्होंने कहा कि संसद हफ्ते में साढ़े पांच दिन काम करती है लेकिन सांसदों को सभी तरह के भत्ते पूरे हफ्ते के लिए मिलते हैं.
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संसदीय समितियों की सक्रियता पर एक सवाल के जवाब में अवान ने कहा कि अभी संसद के दोनों सदनों की कुल 78 समितियां काम कर रही हैं. इन पर हर महीने लाखों रुपया खर्च हो रहा है और इनकी दक्षता का हाल यह है कि दर्जनों विधेयक बीते कितने ही सालों से लंबित पड़े हुए हैं. उन्होंने कहा कि एक भी मामला ऐसा नहीं है जिसमें किसी भी समिति ने तीस दिन के अंदर किसी एक भी विधायी कार्य को अंजाम तक पहुंचाया हो.