नई दिल्ली:- पाकिस्तान (Pakistan) के प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) की सरकार कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के बाद से बौखला गई है. आलम ऐसा है कि इमरान खान पाकिस्तान की चिंता छोड़कर अब पूरा ध्यान भारत में होने वाली गतिविधियों पर रखने लगे हैं. इमरान खान ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक (Citizenship Amendment Bill) 2019 पर विरोध जताया है. इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि, नागरिकता (संशोधन) विधेयक दोनों देशों के समझौते के खिलाफ है. इतना नहीं इमरान खान ने लिखा, ये राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के हिंदू राष्ट्र का एजेंडा है जिसे मोदी सरकार लागू कर रही है. भारत की लोकसभा द्वारा जो नागरिकता बिल पास किया गया है, उसका हम विरोध करते हैं और मानवाधिकार कानून का उल्लंघन करता है.
बता दें कि इस विधेयक में तीन पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना के शिकार हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और इसाई धर्मावलंबियों को भारतीय नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है. यह भी पढ़ें:- पाकिस्तान के बारे में बड़ा खुलासा, आर्थिक बदहाली के चलते किन्नर खाने के लिए परेशान.
बता दें कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक में मुस्लिमों का नाम शामिल न होने पर गृहमंत्री अमित शाह ने कहा था कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के कानून में वह इस्लामिक देश हैं, इसलिए वहां मुस्लिम अल्पसंख्यक नहीं हैं. इसलिए उन्हें इस बिल में शामिल नहीं किया गया है. पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने के बाद ही भारत पर बिफरा हुआ है. इमरान खान ने दुनिया के लगभग सभी बड़े देशों से इस विषय पर मदद की मांग भी कर चुके हैं. लेकिन उनकी दाल कहीं नहीं गली. बल्कि पाकिस्तान की किरकिरी हुई है. अब पाकिस्तान ने इसे मुद्दा बनाना शुरू कर दिया है.
We strongly condemn Indian Lok Sabha citizenship legislation which violates all norms of int human rights law & bilateral agreements with Pak. It is part of the RSS "Hindu Rashtra" design of expansionism propagated by the fascist Modi Govt. https://t.co/XkRdBiSp3G
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) December 10, 2019
कंगाली के दौर से गुजर रहा है पाकिस्तान
इमरान खान के नेतृत्व वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही हैं. सत्तारूढ़ पार्टी की हालत पाकिस्तान में आसमान छूती महंगाई और बिगड़ती अर्थव्यवस्था से पार पाने की तमाम असफल कोशिशों के बीच आंदोलनों में फंसकर और भी बुरी हो गई है. वहीं सरकार की जन-विरोधी नीतियों से लेकर लचर कानून व्यवस्था पर फजलुर रोजाना सरकार को खरी-खोटी सुनाते रहते हैं.
आलम अब ऐसा है कि प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ दिनों पहले फैसला लिया था कि सरकारी कल्याणकारी परियोजनाओं पर धन के बेहतर उपयोग के लिए कीमती सरकारी संपत्ति को बेंचा जाएगा. लेकिन फिर भी पाकिस्तान की जनता को दो वक्त रोटी ठीक से नसीब नहीं हो रही है. पाक में टमाटर ही 400 रूपये किलों तक बेंचा जा रहा है, जिससे जनता बेहाल है. ऐसे में पाक के पीएम इमरान आवाम की चिंता छोड़कर भारत के खिलाफ जहर उगलने में मशगुल हैं.