Pakistan Horrific Video: चील-कौए नोच-नोचकर खा रहे अस्पताल की छत पर सड़ती लाशें, वीडियो देख रूह कांप जाएगी, मुल्तान का मामला
निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता सज्जाद मसूद ने दिल दहला देने वाली घटना पर एक बयान जारी किया और दावा किया कि खुले आसमान के नीचे शव सड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी
पाकिस्तान के पंजाब के मुख्यमंत्री के सलाहकार तारिक जमान गुर्जर ने कहा कि मुल्तान के निश्तार अस्पताल में मुर्दाघर की छत पर शवों के सड़ने की सूचना एक व्हिसलब्लोअर (मुखबिर) ने दी। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, गुर्जर ने कहा, मैं निश्तार अस्पताल के दौरे पर था, तभी एक व्यक्ति मेरे पास आया और कहा कि अगर तुम अच्छा काम करना चाहते हो तो मुर्दाघर जाओ और उसकी जांच करो। उन्होंने कहा कि जब वह वहां पहुंचे तो कर्मचारी मोर्चरी का दरवाजा खोलने को तैयार नहीं थे। गुर्जर ने कहा, इस पर मैंने कहा कि अगर आप इसे अभी नहीं खोलते हैं, तो मैं आपके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने जा रहा हूं।
उन्होंने कहा कि अंतत: मुर्दाघर खोला गया और उन्होंने अंदर कदम रखा तो उन्हें कम से कम 200 शव पड़े मिले। सभी सड़े शरीर (पुरुषों और महिलाओं दोनों के) नंगे थे। यहां तक कि महिलाओं के शरीर भी ढके नहीं थे। गुर्जर ने कहा कि उन्होंने उनसे (डॉक्टरों से) यह बताने के लिए कहा कि क्या चल रहा था, उन्होंने कहा कि इनका उपयोग मेडिकल छात्रों द्वारा शैक्षिक उद्देश्यों के लिए किया गया। आगे उन्होंने कहा- मैंने मुर्दाघर के अधिकारियों से पूछा- क्या आप इन शवों को बेचते हैं?
गुर्जर ने कहा, छत पर दो शव सड़न के शुरूआती चरण में थे। उन पर कीड़े लगे हुए थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने अपने 50 साल के जीवन में ऐसा कभी नहीं देखा। गिद्ध और कीड़े छत पर लाशों को अपना भोजन बना रहे थे। मुर्दाघर की छत पर कम से कम 35 शव थे।
गुर्जर ने कहा, चिकित्सा शिक्षा के लिए इस्तेमाल किए जाने के बाद शवों को नमाज-ए-जनाजा के बाद उचित दफनाया जाना चाहिए था, लेकिन उन्हें छत पर फेंक दिया गया। एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को मुल्तान के निश्तार अस्पताल के मुर्दाघर की छत पर 'दर्जनों' लावारिस शव पाए गए। छत में पड़े शवों को पाक पंजाब के मुख्यमंत्री के सलाहकार चौधरी जमां गुर्जर ने प्रकाश में लाया, जिसके बाद अस्पताल में दहशत फैल गई।
निश्तार मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता सज्जाद मसूद ने दिल दहला देने वाली घटना पर एक बयान जारी किया और दावा किया कि खुले आसमान के नीचे शव सड़ने के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। सज्जाद ने कहा कि मामले की जांच के लिए विभिन्न जांच समितियों का गठन किया गया है और इस बात से इनकार किया कि छत पर दर्जनों शव थे। एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने बताया कि उन्होंने दावा किया कि छत पर केवल चार शव थे जिन्हें प्राकृतिक रूप से सूखने के लिए छोड़ दिया गया था जिससे मेडिकल छात्रों की शिक्षा के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, सोशल मीडिया पर प्रसारित वीडियो में कई शव खराब परिस्थितियों में छत पर फेंके गए दिख रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप अफवाहें उड़ीं कि शवों को चील और गिद्धों के चारे के रूप में इस्तेमाल करने के लिए छत पर रखा गया था। घटना की जानकारी मिलने के बाद पंजाब के अतिरिक्त मुख्य सचिव दक्षिण साकिब जफर ने एक जांच कमेटी गठित की।
विशेष स्वास्थ्य सेवा सचिव ने घटना की गहन जांच के लिए छह सदस्यीय जांच समिति के गठन की अधिसूचना जारी की है। समिति की अध्यक्षता अतिरिक्त सचिव विशेष स्वास्थ्य देखभाल मुजामिल बशीर करेंगे। जिन्हें तीन दिनों में अपनी रिपोर्ट देने का आदेश दिया गया था।