इस्लामाबाद/दुबई, पांच फरवरी पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ (सेवानिवृत्त) का पार्थिव शरीर पाकिस्तान लाया जायेगा। खबरों में यह जानकारी दी गई है. दुबई में देश के महावाणिज्य दूतावास ने रविवार को पूर्व सैन्य शासक का पार्थिव शरीर उनके देश वापस भेजने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी किया. वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध की साजिश रचने वाले मुशर्रफ का रविवार को एक लाइलाज बीमारी से वर्षों तक जूझने के बाद दुबई के एक अस्पताल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे. यह भी पढ़ें: परवेज मुशर्रफ अपने पीछे एक ‘विवादित’ विरासत छोड़ गए- सामरिक मामलों के विशेषज्ञ
मुशर्रफ पाकिस्तान में अपने खिलाफ आपराधिक आरोपों से बचने के लिए 2016 से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में रह रहे थे. समाचार चैनल ‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, मुशर्रफ के परिवार ने दुबई में पाकिस्तानी वाणिज्य दूतावास में एक आवेदन दायर कर उनके पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए पाकिस्तान ले जाने की अनुमति मांगी थी.
खबर के अनुसार, मुशर्रफ का पार्थिव शरीर पाकिस्तान लाने के लिए एक विशेष सैन्य विमान नूर खान एयरबेस से दुबई के लिए उड़ान भरेगा. खबर में हालांकि इस संबंध में विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है.इस बीच, समाचार पत्र ‘खलीज टाइम्स’ की खबर के अनुसार, दुबई में पाकिस्तान के महावाणिज्य दूतावास ने उनके पार्थिव शरीर को पाकिस्तान वापस भेजने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी किया है.
समाचार पत्र ने महावाणिज्यदूत हसन अफजल खान के हवाले से अपनी खबर में कहा, ‘‘हम परिवार के संपर्क में हैं और वाणिज्य दूतावास हर संभव मदद करेगा। वाणिज्य दूतावास ने अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है.’’
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