George Floyd Protests: वाशिंगटन में प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की मूर्ति को पहुंचाया नुकसान, US ने मांगी माफी
अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मिनियापोलिस में उस समय मौत हो गई जब एक पुलिस अधिकारी ने उसके हाथ बांधकर घुटने से उसका गला दबा दिया था. उसके बाद से अमेरिका में हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है.
वॉशिंगटन: अमेरिका (US) के मिनियापोलिस (Minneapolis) में अफ्रीकी-अमेरिकी अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड (George Floyd) की पुलिस हिरासत में मौत से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन बढ़ता ही जा रहा है. इसकी आड़ में बुधवार को कुछ शरारती तत्वों ने वॉशिंगटन डीसी स्थित भारतीय दूतावास में लगे महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया. इस घटना पर अमेरिका ने खेद जताया है.
भारत में अमेरिकी राजदूत केन जस्टर (Ken Juster) ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि वाशिंगटन डीसी में महात्मा गांधी की प्रतिमा के साथ हुए व्यवहार से खेद हुआ है. इस घटना के लिए हम माफी मांगते हैं. फिलहाल नुकसान पहुंचाई हुई प्रतिमा को ढक दिया गया है. स्थानीय पुलिस मामले की जांच में जुट गई है और गुनाहगारों की पहचान करने की कोशिश कर रही है. George Floyd’s Death:अप्रैल में कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया था जॉर्ज फ्लॉयड
उल्लेखनीय है कि अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की मिनियापोलिस में उस समय मौत हो गई जब एक पुलिस अधिकारी ने उसके हाथ बांधकर घुटने से उसका गला दबा दिया था. उसके बाद से अमेरिका में हिंसक प्रदर्शनों का दौर जारी है. इस बर्बर घटना के विरोध में कई दिन से जारी प्रदर्शन के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंने चेतावनी दी है. ट्रंप कभी भी हालात को काबू में करने के लिए सेना को उतार सकते है.
एक राहगीर द्वारा बनाया गया वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में दिख रहा है कि अधिकारी कम से कम आठ मिनट तक अपने घुटने से हथकड़ी लगे फ्लॉयड की गर्दन दबाए रखता है. इस दौरान फ्लॉयड सांस रुकने की बात कहता है, लेकिन अधिकारी उसकी एक नहीं सुनता है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फ्लॉयड के कोरोना वायरस संक्रमित होने की भी बात सामने आई है.