पीएम मोदी- डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत से बौखलाया पाकिस्तानी विपक्ष, कहा- कश्मीर मामले में अमेरिका पर भरोसा ना करें सरकार

पाकिस्तान के विपक्षी दल जमात-ए-इस्लामी ने कश्मीर मामले में इमरान सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पाकिस्तान को इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावों पर भरोसा नहीं करना चाहिए

पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप (Photo Credits: Twitter)

पेशावर: पाकिस्तान के विपक्षी दल जमात-ए-इस्लामी ने कश्मीर मामले में इमरान सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पाकिस्तान को इस मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्तावों पर भरोसा नहीं करना चाहिए. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, कश्मीर मामले में भारत सरकार के फैसले के खिलाफ यहां आयोजित एक रैली में जमात-ए-इस्लामी के प्रमुख सीनेटर सिराजुल हक ने कहा कि जमात को कश्मीर पर इमरान सरकार की नीतियां मंजूर नहीं हैं और ऐसा लग रहा है कि 'भारत के कब्जे वाले कश्मीर को लेकर कोई सौदा पहले ही तय किया जा चुका है.'

'कश्मीर बचाओ अवामी मार्च' में हक ने कहा कि कश्मीर के लोग पाकिस्तान की तरफ देख रहे हैं जबकि पाकिस्तान सरकार डोनाल्ड ट्रंप से मध्यस्थता के लिए कोशिश कर रही है। उन्होंने सरकार को इस मामले में अमेरिका को शामिल नहीं करने की सलाह देते हुए मजबूत कदम उठाने को कहा. उन्होंने कहा कि कश्मीर का मामला पाकिस्तान के लिए जिंदगी और मौत का मामला है। अगर सरकार इसे लेकर ठोस कदम नहीं उठाती तो 'जमात कश्मीर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराएगी. यह भी पढ़े: पाक पीएम इमरान खान ने अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की न्यूयार्क यात्रा में विरोध प्रदर्शन करने का दिया निर्देश

जमात प्रमुख संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) द्वारा भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सर्वोच्च सम्मान देने पर भी नाखुश दिखे। उन्होंने कहा कि यूएई के शासकों ने ऐसा कर मुसलमानों के प्रति अपनी गैरवफादारी का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इस्लामी देशों से कश्मीर मामले में चुप नहीं रहने का आग्रह किया. रैली में जमात के एक अन्य सीनेटर मुश्ताक अहमद ने यह भी दावा किया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विमान ने पाकिस्तानी वायुसीमा का उल्लंघन किया और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को इसकी खबर नहीं हुई.

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