तेल अवीव, 29 सितंबर : इजरायली रक्षा बलों (आईडीएफ) के हमले में हिजबुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह की मौत हो गई. इसके बाद इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के अयातुल्ला शासन को चेतावनी जारी की है. प्रधानमंत्री ने कहा है कि जो लोग इजरायल को निशाना बनाएंगे, उन्हें परिणाम भुगतने होंगे. ईरान या मध्य पूर्व में कोई भी जगह इजरायल की पहुंच से परे नहीं है.
इजरायली हवाई हमले में बेरूत में लेबनान स्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह नेता नसरल्लाह की मौत के बाद शनिवार को नेतन्याहू ने ये टिप्पणी की. इजरायली पीएम का कहना है, "ईरान या मध्य पूर्व में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजरायल का लंबा हाथ न पहुंचे. आज आप जानते ही हैं कि यह कितना सच है." बेंजामिन नेतन्याहू ने तेल अवीव में स्थित इजरायली रक्षा बल मुख्यालय से कहा कि हिजबुल्लाह नेता की हत्या से अमेरिकी और फ्रांसीसी नागरिकों समेत कई इजरायलियों की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों के साथ हिसाब किताब हो गया है. यह भी पढ़ें : संयुक्त राष्ट्र ‘अतीत का’ बने रहकर साझा आधार तलाश करने का केंद्रीय मंच नहीं बन सकता : जयशंकर
प्रधानमंत्री ने उत्तरी हिस्से में सीमा पार से हुई गोलाबारी के कारण विस्थापित हुए हजारों इजरायलियों का भी जिक्र किया. पिछले सप्ताह इजरायल ने उत्तरी हिस्से में अपने घरों में रहने वाले नागरिकों की वापसी को युद्ध का स्पष्ट उद्देश्य बनाया था. नेतन्याहू ने अपने भाषण में इजरायल-लेबनान सीमा पर अमेरिकी समर्थित युद्धविराम प्रस्ताव का जिक्र नहीं किया. बता दें कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक भाषण दिया था. इसमें उन्होंने हिजबुल्लाह के साथ लड़ाई जारी रखने की शपथ ली थी और ईरान पर निशाना साधा था.
उन्होंने कहा, "मैं अयातुल्ला शासन से कहता हूं कि जो कोई भी हमें हराएगा, हम उसे हरा देंगे. इजरायल एक ऐतिहासिक मोड़ पर पहुंच गया है." उन्होंने कहा, "हम अपने दुश्मनों पर हमला जारी रखने, अपने निवासियों को उनके घरों में वापस लाने और सभी अपहरण किए गए लोगों को वापस लौटाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. हम उन्हें एक पल के लिए भी नहीं भूलते."