काबुल: अफगानिस्तान के पूर्वी नंगारहर प्रांत के जलालाबाद में हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने ली है. इस हमलें में 19 लोग मारे गए थे जबकि 21 लोग घायल हुए. जिनमे से अधिकतर सिख और हिंदू थे. वहीं पाकिस्तान ने भी इस आतंकवादी हमले की सोमवार को निंदा की.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम बहुमूल्य मानव जीवन के क्षति से दुखी हैं. जिन्होंने अपनी जिंदगियां खोई हैं, हम उनके परिजनों और दोस्तों के साथ गहरी सहानुभूति और हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. हम इसके साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं."
इसके पहले भी कई बार आईएसआईएस अल्पसंख्यकों को अपना निशाना बना चुका है. अफगान राजदूत शाइदा मोहम्मद अब्दाली कहा कि अफगानिस्तान में ज्यादातर आतंकवाद सीमापार से फैल रहा है. एजेंसियां यह पता करेंगी कि क्या यह आतंकी घटना भी सीमापार से हुई है या कहीं और से. वहीं अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मारे गए सिखों के लिए विशेष प्रार्थना की गई.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक यह विस्फोट गवर्नर हाउस के पास उस वक्त हुआ जब राष्ट्रपति अशरफ घनी का काफला वहां से गुजर गया था. सिख समुदाय के लोग अशरफ गनी से मुलाकात करने वाले थे.
IS ने ली सिख-हिंदुओं के कत्लेआम की जिम्मेदारी, पाकिस्तान ने की हमलें की निंदा
अफगानिस्तान के पूर्वी नंगारहर प्रांत के जलालाबाद में हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने ली है. इस हमलें में 19 लोग मारे गए थे जबकि 21 लोग घायल हुए.
काबुल: अफगानिस्तान के पूर्वी नंगारहर प्रांत के जलालाबाद में हुए एक आत्मघाती बम विस्फोट की जिम्मेदारी खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने ली है. इस हमलें में 19 लोग मारे गए थे जबकि 21 लोग घायल हुए. जिनमे से अधिकतर सिख और हिंदू थे. वहीं पाकिस्तान ने भी इस आतंकवादी हमले की सोमवार को निंदा की.
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "हम बहुमूल्य मानव जीवन के क्षति से दुखी हैं. जिन्होंने अपनी जिंदगियां खोई हैं, हम उनके परिजनों और दोस्तों के साथ गहरी सहानुभूति और हार्दिक संवेदना व्यक्त करते हैं. हम इसके साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ्य होने की कामना करते हैं."
इसके पहले भी कई बार आईएसआईएस अल्पसंख्यकों को अपना निशाना बना चुका है. अफगान राजदूत शाइदा मोहम्मद अब्दाली कहा कि अफगानिस्तान में ज्यादातर आतंकवाद सीमापार से फैल रहा है. एजेंसियां यह पता करेंगी कि क्या यह आतंकी घटना भी सीमापार से हुई है या कहीं और से. वहीं अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में मारे गए सिखों के लिए विशेष प्रार्थना की गई.
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक यह विस्फोट गवर्नर हाउस के पास उस वक्त हुआ जब राष्ट्रपति अशरफ घनी का काफला वहां से गुजर गया था. सिख समुदाय के लोग अशरफ गनी से मुलाकात करने वाले थे.