Iran-Israel Conflict: ईरान की मिसाइलों ने तबाह किए इजराइल के 20 F-35 फाइटर जेट, एक की कीमत कई सौ करोड़ में
इस हमले में ईरान ने दावा किया कि उसने इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को नष्ट कर दिया और नेवातिम एयरबेस पर 20 F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी तबाह कर दिया.
Iran-Israel Conflict: 1 अक्टूबर, 2024 को ईरान ने इजरायल पर 100 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं, जिससे इजरायल के रक्षा प्रणाली पर जबरदस्त हमला किया गया. इस हमले में ईरान ने दावा किया कि उसने इजरायल की जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को नष्ट कर दिया और नेवातिम एयरबेस पर 20 F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी तबाह कर दिया. ईरान के मुताबिक, उसने 30 मिनट के अंदर इजरायल के एयरबेस और महत्वपूर्ण ठिकानों पर मिसाइलों की बौछार की.
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दूसरी ओर, इजरायल ने ईरान के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया. इजरायली अधिकारियों का कहना है कि उनकी अत्याधुनिक मिसाइल रोधी प्रणाली, आयरन डोम, ने अधिकतर मिसाइलों को रोक लिया और नुकसान कम किया. इसके बाद से F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स एक चर्चा का विषय बन गए हैं.
F-35 फाइटर जेट क्या है?
F-35 स्टील्थ फाइटर जेट्स अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित हैं और इन्हें सबसे उन्नत युद्धक विमानों में से एक माना जाता है. इजरायल एकमात्र ऐसा देश है जिसके पास ये खास लड़ाकू विमान हैं. इन जेट्स को विशेष अभियानों के लिए डिजाइन किया गया है और इनमें नेटवर्क प्लेटफॉर्म को उन्नत किया गया है. ये विमान ऑपरेशन के दौरान महत्वपूर्ण जानकारी को इकट्ठा और साझा कर सकते हैं, जिससे युद्ध में बढ़त मिलती है.
इजरायल और F-35 का संबंध
इजरायल ने मई 2018 में घोषणा की थी कि उसने पहली बार F-35 स्टील्थ फाइटर जेट का युद्ध में इस्तेमाल किया. अमेरिका के साथ हुए समझौते के तहत इजरायल ने 25 F-35 लड़ाकू विमानों का सौदा किया, जिसकी कुल कीमत ₹25,19,38,35,000 है. यानी एक F-35 विमान की कीमत ₹684.75 करोड़ है. इसके अलावा, इस विमान को उड़ाने की प्रति घंटे की लागत भी काफी अधिक है, जो लगभग ₹33.58 करोड़ है.
युद्ध की स्थिति और प्रभाव
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने पूरे मध्य पूर्व में अस्थिरता की स्थिति पैदा कर दी है. दोनों देशों के बीच सैन्य शक्ति का यह टकराव न केवल इनकी सीमाओं पर, बल्कि वैश्विक राजनीति और सुरक्षा पर भी गहरा प्रभाव डाल रहा है. ईरान द्वारा इजरायल पर किए गए हमले और इजरायल की कड़ी प्रतिक्रिया ने इस संघर्ष को और तीव्र कर दिया है, जिससे एक व्यापक युद्ध की आशंका बढ़ रही है.