चीन का नया कानून हांगकांग में आते ही लोकतंत्र समर्थकों पर बर्बरता शुरू हो गई है. वहीं इस बीच एपीएफ न्यूज एजेंसी के हवाले से यह खबर आई है कि फेसबुक (Facebook) और वॉट्सऐप (WhatsApp) का कहना है कि हॉन्ग कॉन्ग से यूजर इन्फो रिक्वेस्ट को सस्पेंड किया जा रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक हांगकांग की सरकार की तरफ से उपभोक्ताओं की मांगी गई जानकारी को फेसबुक ने देने से इनकार कर दिया है. जिसके बाद कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि हमारा मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक मौलिक मानवीय अधिकार है.
उन्होंने कहा कि हम लोगों की सिक्योरटी और बिना किसी परिणाम एंव बिना किसी भय के खुद को व्यक्त करने के अधिकार का समर्थन करते हैं. बता दें कि चीन और हांगकांग की जनता के बीच इस तनातनी जारी है. चीन अपनी बर्बरता की सारी हदे लांघता जा रहा है. अलगाववादी गतिविधियों में शामिल लोगों की आवाज को दबाने के लिए एक विवादित कानून भी लागू कर दिया है.
ANI का ट्वीट:-
Facebook, WhatsApp say suspending user info requests from Hong Kong Government: AFP news agency
— ANI (@ANI) July 6, 2020
जिसमें शहर की स्वतंत्रता की मांग के लिए नारे लगाना या पोस्टर दिखाना और झंडे लहराना जैसी गतिविधियां इस कानून का उल्लंघन मानी जाएंगी भले ही हिंसा हुई हो या नहीं. हांगकांग के सार्वजनिक पुस्तकालयों में, लोकतंत्र समर्थक लोगों द्वारा लिखी गई पुस्तकों को हटा लिया गया है. वहीं अमेरिकी महावाणिज्य दूत हैन्सकम स्मिथ ने संवाददाताओं से कहा है राष्ट्रीय सुरक्षा कानून का इस्तेमाल मौलिक स्वतंत्रताओं को समाप्त करने और जबर्दस्ती तथा आत्म-नियंत्रण का माहौल बनाने के लिए करना हांगकांग के लिए एक त्रासदी है.