Turkey Earthquake: तुर्की में मंगलवार को फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप के झटकों की तीव्रता 5.6 थी. तुर्की में इससे पहले सोमवार को भूकंप के तीन तेज झटके लगे थे. इन तीन विनाशकारी भूकंपों में 4,000 से अधिक लोग मारे गए. हजारों अन्य घायल हैं. प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य जारी है. इस बीच मंगलवार को मध्य तुर्की क्षेत्र में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया. Earthquake: शोधकर्ता Frank Hoogerbeets ने तीन दिन पहले तुर्की, सीरिया, जॉर्डन और लेबनान में शक्तिशाली भूकंप की भविष्यवाणी की थी.
यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर (EMSC) ने कहा कि 7 फरवरी को मध्य तुर्की में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया. ईएमएससी ने कहा कि भूकंप दो किलोमीटर की गहराई में था. तुर्की और सीरिया में सोमवार को आए भूकंप के बाद तबाही जारी है. दोनों देशों में अब तक 4 हजार से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. तुर्की में 7 दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा हुई है.
सोमवार को आए भूकंप की तीव्रता 7.8 थी. भूकंप के चलते कंपन इतना तेज था कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं. तुर्की प्रशासन का कहना है कि अभी तक 5606 इमारतें गिर चुकी हैं. तबाही का यही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला है.
भूकंप वाले क्षेत्रों में बचाव कार्य जारी
तुर्किये के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहा, ‘‘भूकंप वाले क्षेत्र में कई इमारतों का मलबा को हटाने का काम जारी है, हम नहीं जानते कि मृतकों और घायलों की संख्या कितनी बढ़ेगी.’’ उन्होंने कहा, ‘‘उम्मीद है कि हम इस विपदा वाले दिन को हमारी एकता और देश के प्रति एकजुटता पीछे छोड़ देगी.’’
भारत ने की मदद
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से की गई घोषणा के कुछ घंटे बाद ही भारतीय वायु सेना के विमान के जरिए भारत ने भूकंप (Earthquake) राहत सामग्री की पहली खेप तुर्किये रवाना कर दी है. भारत ने राहत और बचाव कार्य के लिए तुर्की को NDRF की टीम भेजी है. मंगलवार सुबह गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से NDRF कर्मियों की एक टीम तुर्की रवाना हो गई. टीम अपने साथ विशेष रूप से प्रशिक्षित डॉग स्क्वॉड और आवश्यक उपकरणों को राहत-बचाव कार्य के लिए ले गई है.