Coronavirus: फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाकर अपने ही देश में घुसने की कोशिश कर रहे थे पाकिस्तानी, 30 फरवरी की तारीख लिखे होने के कारण खुली पोल
बता दें कि ईरान से पाकिस्तान लौंटे नागरिकों से स्वास्थ से जुड़े अधिकारियों ने उनके मेडिकल सर्टिफिकेट मांगा. जिस सर्टिफिकेट को उन्होंने दिखाया तो जांच अधिकारी चौक गए. उन्होंने देखा कि मार्च महिना 29 का होता है. लेकिन सर्टिफिकेट पर 30 फरवरी 2020 तारीख का दिन लिखा हुआ है.
इस्लामाबाद: कोरोनावायरस (Coronavirus) को लेकर जहां पूरी दुनिया रोक थाम को लेकर हर संभव कदम उठा रहा है. ताकि इस महामारी को रोका जा सके. वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान कोरोना वायरस को लेकर फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट दिखने को लेकर एक बड़ी झूठ पकड़ी गई है. दरअसल 14 पाकिस्तानी जायरीन ईरान जियारत के लिए गए हुए थे. वे वहां से जब अपने देश लौटे तो फर्जी मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाकर जांच अधिकारियों को उल्लू बनाया और कनक, बलूचिस्तान के पास गलत तरीके से घुसने की कोशिश की. लेकिन जांच में उसने जब मेडिकल सर्टिफिकेट (Medical Certificate) उनसे मांगा गया तो उसमें तारीख चौकाने वाला था.
ईरान से पाकिस्तान लौंटे नागरिकों से स्वास्थ से जुड़े अधिकारियों ने जब उनके मेडिकल सर्टिफिकेट मांगा तो उन्होंने जो सर्टिफिकेट उन्हें दिखाया तो जांच कर रहे अधिकारी चौक गए. उन्होंने देखा कि मार्च महिना 29 का होता है. लेकिन सर्टिफिकेट पर 30 फरवरी 2020 तारीख का दिन लिखा हुआ है. यह भी पढ़े: कोरोनावायरस का पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर असर, हो सकता है 6.1 करोड़ डॉलर का नुकसान
बता दें कि चीन के साथ ही ईरान, इटली, दूसरे अन्य देशों में भी कोरोनावायरस का प्रकोप है. ऐसे में ये 14 पाकिस्तान ईरान जियारत के लिए ईरान गए हुए थे. ईरान से वे वापस अ रहे थे तो क्या वे कोरोनावायरस से तो पीड़ित नहीं हैं. इसलिए पाकिस्तान स्वास्थ विभाग बहार से आने वाले सभी यात्रियों से मेडिकल सर्टिफिकेट मांग रही है. ताकि यदि उनके देश से बाहर गया हुआ नागरिक वापस अपने देश आ रहा है तो यदि वह कोरोनावायरस से संक्रमित हो तो उसका इलाज किया जा सके. बता दें कि दूसरे अन्य देशों के साथ ही पाकिस्तान भी कोरोनावायरस की चपेट में आ गया है. वहां पर भी कोरोनावायरस के कई मामले पॉजिटिव पाए गए हैं.