मसूद अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित किए जाने पर चीन ने फिर लगाया अड़ंगा, UNSC में प्रस्ताव रद्द
मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने में चीन चौथी बार रोड़ा बना है.
आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के चीफ मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) द्वारा वैश्विक आतंकवादी के तौर पर चिह्नित किए जाने के प्रस्ताव पर चीन (China) ने फिर से अड़ंगा लगा दिया है. इसलिए यह प्रस्ताव रद्द हो गया है. मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी (Global Terrorist) घोषित करने में चीन चौथी बार रोड़ा बना है. बता दें कि इस प्रस्ताव पर फैसले से कुछ घंटे पहले ही चीन ने बुधवार को यह संकेत दिया था कि वह इस कदम का विरोध कर सकता है.
चीन ने कहा था कि इस मुद्दे के लिए ऐसा समाधान चाहिए जो सभी पक्षों के अनुकूल हो. अजहर को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की 1267 अलकायदा प्रतिबंध समिति के तहत प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव फ्रांस, ब्रिटेन और अमेरिका की ओर से 27 फरवरी को रखा गया था. बता दें कि पुलवामा आतंकी हमले के बाद जैश-ए-मोहम्मद ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी. यह भी पढ़ें- मसूद अजहर को अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी घोषित करने पर अमेरिका ने कहा- चीन का विरोध पारस्परिक लक्ष्य के विपरीत
गौरतलब हो कि 2009 और 2016 में मसूद अजहर पर प्रतिबंध के लिये भारत संयुक्त राष्ट्र प्रतिबंध समिति 1267 के पास गया था. अजहर जनवरी 2016 में पठानकोट वायुसैनिक अड्डे पर हुए हमले का भी मास्टरमाइंड है. 2016 में अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस भी इस प्रस्ताव पर भारत के साथ थे. 2017 में अमेरिका ने ब्रिटेन और फ्रांस के समर्थन से संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबंध समिति 1267 में एक प्रस्ताव पारित किया था जिसमें पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन के प्रमुख पर प्रतिबंध की मांग की गई थी. वहीं चीन ने हमेशा इन प्रस्तावों को स्वीकार किये जाने की राह में अड़ंगा लगाया था.