कनाडा के ब्रैम्पटन प्रांत में एक हिंदू मंदिर को में तोड़फोड़ की गई। टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया. वाणिज्य दूतावास कार्यालय ने एक बयान में कहा, इस घृणित कृत्य से कनाडा में भारतीय समुदाय की भावनाओं को गहरा ठेस पहुंची है। हमने कनाडा के अधिकारियों के साथ इस मामले पर अपनी चिंताओं को उठाया है. यह भी पढ़ें: नौ और शव बरामद, मस्जिद में आत्मघाती बम विस्फोट में मरने वालों की संख्या पहुंची 72
फिलहाल मामले की कनाडा के अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है. ब्रैम्पटन के मेयर पैट्रिक ब्राउन ने मंदिर को विकृत करने की निंदा की. ब्राउन ने ट्वीट किया, बर्बरता के इस घृणित कृत्य का हमारे शहर या देश में कोई स्थान नहीं है.
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस घृणित अपराध पर पील क्षेत्रीय पुलिस प्रमुख निशान दुरैयप्पा के साथ अपनी चिंताओं को उठाया है. ब्राउन ने कहा, हर कोई अपने पूजा स्थल में सुरक्षित महसूस करने का हकदार है.
यह घटना केवल जनवरी में खालिस्तानी समूहों द्वारा भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ ऑस्ट्रेलिया में तीन हिंदू मंदिरों को निशाना बनाने के बाद हुई है.जुलाई 2022 में कनाडा के रिचमंड हिल पड़ोस में एक विष्णु मंदिर में महात्मा गांधी की एक मूर्ति को खंडित कर दिया गया था.
सितंबर 2022 में कनाडा के बीएपीएस स्वामीनारायण मंदिर को कथित खालिस्तानी तत्वों ने भारत विरोधी भित्तिचित्रों के साथ विकृत कर दिया था.भारत ने तब कड़े शब्दों में बयान जारी कर कनाडाई अधिकारियों से भारतीयों के खिलाफ घृणा अपराध की बढ़ती घटनाओं की ठीक से जांच करने का आग्रह किया है.