दो साल से घर में नजरबंद रहे कंबोडियाई विपक्षी नेता केम सोखा (Kem Sokha) को आखिरकार नजरबंदी से रिहा कर दिया गया. नोम पेन्ह कोर्ट ने यह जानकारी दी. एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, सोखा को ऐसे वक्त रिहा किया गया है जब इससे एक दिन पहले कंबोडियन नेशनल रेस्क्यू पार्टी (Cambodian National Rescue Party) के सह-संस्थापक सैम रेनसे (Sam Rainsy) कंबोडिया लौटने की कोशिश में मलेशिया पहुंचे थे. वह पेरिस में स्व-निर्वासित जीवन बीता रहे हैं.
नोम पेन्ह म्यूनशिपल कोर्ट ने अपने बयान में कहा, सोखा को इस शर्त पर रिहा गया है कि वे देश से बाहर नहीं जाएंगे, न ही राजनीति में शामिल होंगे और किसी भी समन पर प्रतिक्रिया जरूर देंगे. उन्हें देशद्रोह के आरोप में 4 सितंबर 2017 को गिरफ्तार किया गया था. इस गिरफ्तारी को राजनीति से प्रेरित माना जा रहा था. एक साल के प्री-ट्रायल कैद के बाद उन्हें पिछले सितंबर में जमानत पर रिहा कर दिया गया और घर पर नजरबंद कर दिया गया था.
वहीं रेनसे ने काफी समय पहले ही देश के स्वतंत्रता दिवस पर शनिवार को कंबोडिया लौटने का वादा किया था, लेकिन उन्होंने बताया कि उन्हें गुरुवार को पेरिस से बैंकॉक के लिए थाई एयरवेज की उड़ान में चढ़ने नहीं दिया गया. शनिवार को उनके कुआलालंपुर लौटने के पश्चात एमपी नुरुल इज्जाह ने रेनसे को मंगलवार को होने वाले मलेशियाई संसदीय बैठक में आमंत्रित किया. हालांकि इस बात पर अभी खुलासा नहीं हुआ है कि उन्होंने इस आमंत्रण को स्वीकार किया है या नहीं.