अपने घर में घिरे पुतिन ने विद्रोहियों को दी चेतावनी

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विद्रोही हो चुके वागनर ग्रुप और उसके लीडर को जवाब दिया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने विद्रोही हो चुके वागनर ग्रुप और उसके लीडर को जवाब दिया है. देश को संबोधित करते हुए पुतिन कहा कि विद्रोही को "धोखे" के लिए सजा दी जाएगी.रूसी सेना की दक्षिणी कमांड का मुख्यालय रोस्तोव-ओन-डोन शहर में है. यूक्रेन की सीमा से सटा यह शहर और वहां स्थित सैन्य मुख्यालय अब विद्रोही हो चुके वागनर ग्रुप के नियंत्रण में है. रोस्तोव-ओन-डोन को नियंत्रण में लेने के बाद वागनर विद्रोही, लिपेत्स्क इलाके में दाखिल हो चुके हैं. लिपेत्स्क से रूस की राजधानी मॉस्को की दूरी करीब 300 किलोमीटर है. यह इलाका मॉस्को के दक्षिण में हैं.

रूसी सेना के खिलाफ वागनर ग्रुप का विद्रोह

परमाणु हथियार बेलारूस में तैनात क्यों करना चाहते हैं पुतिन

शनिवार दोपहर लिपेत्स्क के गर्वनर इगोर अर्तामोनोव ने टेलिग्राम पर कहा, "वागनर मिशनरियों का हार्डवेयर लिपेत्स्क रीजन के पूरे इलाके में गतिमान है."

स्थानीय नागरिकों को चेतावनी देते हुए अर्तामोनोव ने कहा, "मैं आपको याद दिलाना चाहता हूं कि निवासियों को गंभीरता से यह सुझाव दिया जाता है कि वे घर से बाहर न निकलें या किसी भी तरह के ट्रांसपोर्ट से यात्रा न करें."

इस बीच ऐसी रिपोर्ट भी आ रही हैं कि वागनर ग्रुप के लड़ाके वोरोनेत्स इलाके में भी देखे गए हैं.

ये विद्रोह पुतिन का अंत कर सकता है: पूर्व रूसी पीएम

रूस के पूर्व प्रधानमंत्री मिखाएल कासयानोव के मुताबिक अगर वागनर ग्रुप के असंतोष को काबू नहीं किया गया तो व्लादिमीर पुतिन की सत्ता ढह सकती है. कासयानोव सन 2000 से 2004 तक पुतिन के साये में पीएम रहे. बाद में वह विपक्ष में चले गए.

पूर्व पीएम का कहना है कि वागनर ग्रुप के लीडर येवगेनी प्रिगोजिन से लड़ाई यूक्रेन में रूस के सैन्य अभियान को प्रभावित करेगी. लातविया से डीडब्ल्यू के एडी मायकाह से बात करते हुए उन्होंने कहा, "अगर दो दिन के भीतर, पुतिन ने प्रिगोजिन के साथ मामला नहीं सुलझाया तो इसका मतलब है बड़ी समस्या सामने आएगी. इसका मतलब होगा सत्ता बहुत तेजी से ढहेगी. हम देखते रह जाएंगे."

कासयानोव का दावा है कि रूस पर शासन करने वाले "कुलीन वर्ग" के भीतर मतभेद उभर रहे हैं. हो सकता है कि आने वाले दिनों में पुतिन के आदेश न माने जाएं, "इसका मतलब होगा पुतिन की सत्ता के अंत की शुरुआत."

इस बीच चेचन सेना के लीडर रमजान कादिरोव ने शनिवार को एलान किया कि उनकी आर्मी वागनर ग्रुप के विद्रोह के खिलाफ क्रेमलिन की मदद करने के लिए रूस जा रही है. टेलिग्राम पोस्ट में कादिरोव ने कहा, "रक्षा मंत्रालय और चेचन गणतंत्र के नेशनल गार्ड के सैनिक तनावग्रस्त इलाकों के लिए निकल चुके हैं. हम रूस की एकता और उसके राष्ट्र के रूप में उसके अस्तित्व को बचाने के लिए सब कुछ करेंगे."

रूसी राष्ट्रपति की चेतावनी

शनिवार को रोस्तोव-ओन-डोन से बुरी खबर आने के बाद रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने राष्ट्र को संबोधित किया. इस दौरान वागनर ग्रुप के विद्रोह को पुतिन ने बगावत कहा. वागनर ग्रुप की बगावत के लिए भी पुतिन ने पश्चिम को जिम्मेदार ठहराया.

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "आज रूस अपने भविष्य की सबसे मुश्किल जंग लड़ रहा है, वह नियो नाजियों और उनके आकाओं की आक्रमता को खत्म कर रहा है. हमारे खिलाफ पश्चिम की पूरी सैन्य, आर्थिक और सूचना मशीनरी सक्रिय हो चुकी है. हम अपनी जान और अपने लोगों की सुरक्षा के लिए लड़ रहे हैं, अपनी संप्रभुता और आजादी के लिए. हम 1000 साल के इतिहास वाले रूसी राष्ट्र को बचाए रखने के लिए लड़ रहे हैं."

वागनर ग्रुप को चेतावनी देते हुए पुतिन ने कहा, "मैं दोहराता हूं: हमारे देश के लिए कोई भी आंतरिक बगावत भयानक खतरा है. यह हमारे देश और हमारी जनता पर हमला है. हमारी पितृभूमि पर को ऐसे खतरे से बचाने के लिए हमारी कार्रवाई बर्बर होगी. जो कोई भी होश हवास में धोखे की राह पर बढ़ा है, जिन्होंने हथियारबंद बगावत तैयार की है, जो ब्लैकमेल और आतंकवादी हरकतों में शामिल हैं, सजा उनका इंतजार कर रही है. वे कानून और हमारी जनता को जवाब देंगे."

ओएसजे/एडी (डीपीए, एएफपी, रॉयटर्स)

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