बांग्लादेश: भारतीय वीजा केंद्र अनिश्चित काल के लिए बंद
बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार गुरुवार को शपथ लेगी.
बांग्लादेश में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार गुरुवार को शपथ लेगी. इस बीच बांग्लादेश में "अस्थिर स्थिति" के कारण भारत ने वहां वीजा केंद्रों को अगली सूचना तक के लिए बंद कर दिया है.भारतीय वीजा के लिए आवेदन करने वाले ऑनलाइन पोर्टल पर कहा गया है, "अस्थिर स्थिति" के कारण बांग्लादेश में सभी भारतीय वीजा आवेदन केंद्र अगली सूचना तक बंद रहेंगे. ऑनलाइन पोर्टल पर जानकारी दी गई है कि अगली आवेदन की तारीख एसएमएस के जरिए सूचित की जाएगी और अनुरोध है कि अगले कार्य दिवस पर पासपोर्ट ले लें.
इससे पहले बुधवार को भारत ने बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति के बीच अपने उच्चायोग और वाणिज्य दूतावासों से गैर-जरूरी कर्मचारियों और उनके परिवारों को निकाल लिया था. भारतीय मीडिया ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया कि भारतीय राजनयिक देश में ही बने हुए हैं और मिशन काम कर रहे हैं.
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भारत का दूतावास है और चटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में वाणिज्य दूतावास हैं.
बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण 76 साल की नेता को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत भागना पड़ा और फिलहाल वह भारत में ही मौजूद हैं और दूसरे देश में शरण लेने पर विचार कर रही हैं.
बांग्लादेश के बदलते हालात में भारत के लिए क्या विकल्प हैं
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार
बांग्लादेश के अखबार ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक नोबेल शांति पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री मोहम्मद यूनुस के गुरुवार को बांग्लादेश लौटने की उम्मीद है. बांग्लादेश में सेना द्वारा समर्थित एक अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया जारी है और यूनुस कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करेंगे.
देश के सेना प्रमुख जनरल वाकर उज जमान ने बुधवार को कहा कि अंतरिम सरकार गुरुवार को स्थानीय समय के अनुसार रात 8 बजे शपथ लेगी. सलाहकार परिषद में 15 सदस्य हो सकते हैं. सेना प्रमुख ने मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि देश की स्थिति में काफी सुधार हो रहा है और अगले तीन चार दिनों में स्थिति सामान्य हो जाएगी.
साथ ही सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हुई हिंसा में शामिल लोगों को "बख्शा नहीं जाएगा" और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने 5 अगस्त को प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे के बाद 6 अगस्त को संसद भंग कर दी थी.
यूनुस ने शांति की अपील की
बुधवार को फ्रांस की राजधानी पेरिस से ढाका के लिए रवाना होते हुए 84 साल के यूनुस ने शीर्ष पद के लिए उनका नाम आगे करने वाले छात्र आंदोलन के समन्वयकों को "बहादुर छात्र" कहते हुए बधाई दी. उन्होंने सभी से शांति कायम करने और हर प्रकार की हिंसा से बचने की अपील की है. यूनुस ने कहा, "हिंसा हमारी दुश्मन है. कृपया और दुश्मन न बनाएं. शांत रहें और देश के निर्माण के लिए तैयार हो जाएं."
2006 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता यूनुस ने पत्रकारों से कहा, "मैं घर वापस जाने और यह देखने के लिए उत्सुक हूं कि वहां क्या हो रहा है, और हम किस तरह से खुद को इस मुसीबत से बाहर निकालने के लिए एकजुट हो सकते हैं जिसमें हम फंसे हुए हैं."
जब उनसे पूछा गया कि देश में चुनाव कब होंगे, तो उन्होंने अपने हाथ ऊपर उठाए, मानो यह संकेत दे रहे हों कि अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा, "मैं जाकर उनसे बात करूंगा. मैं अभी इस पूरे क्षेत्र में नया हूं."
एए/सीके (एएफपी, रॉयटर्स)