Another Coronavirus Outbreak? क्या कोरोना नए रूप में मचाने वाला है तबाही; चीन की 'बैटवुमेन' ने कहा तैयारी शुरू कर दें
चीन की एक प्रमुख वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली (Shi Zhengli) ने कोरोना को लेकर एक बार फिर चेतावनी दी है. वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली ने कोरोना को लेकर बड़ी चेतावनी दी है. शी झेंगली ने कहा है कि भविष्य में कोरोना की एक और लहर की प्रबल संभावना है.
चीन की एक प्रमुख वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली (Shi Zhengli) ने कोरोना को लेकर एक बार फिर चेतावनी दी है. वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली ने कोरोना को लेकर बड़ी चेतावनी दी है. शी झेंगली ने कहा है कि भविष्य में कोरोना की एक और लहर की प्रबल संभावना है. शी झेंगली को चीन में 'बैटवुमेन' के नाम से भी जाना जाता है. चीन की वुहान लैब से जुड़ी झेंगली का कहना है कि दुनिया में कोरोना जैसी एक और महामारी आने वाली है. इस महामारी से बचाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए. बता दें कि प्रसिद्ध वायरोलॉजिस्ट शी झेंगली जानवरों से उत्पन्न होने वाले वायरस पर अपने शोध के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने भविष्य में एक नए कोरोना वायरस के बारे में चेतावनी दी है. सिर्फ सीने में दर्द नहीं है हार्ट अटैक का संकेत, महिलाओं और पुरुषों में दिखते हैं अलग लक्षण- स्टडी.
शी झेंगली का कहना है कि दुनिया में कोरोना जैसी एक और महामारी आने वाली है. कोरोना से सबक लेते हुए हमें इस महामारी से बचाव के लिए अभी से तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए. शी ने चेतावनी दी है कि दुनिया को कोविड-19 जैसी एक और महामारी के लिए तैयार रहना चाहिए. यह दावा उनकी विशेषज्ञता पर आधारित है क्योंकि कोरोना वायरस पहले 2003 सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (SARS) और कोविड-19 महामारी जैसी बड़ी महामारी का कारण रह चुका है.
नए वायरस का डर
शी की स्टडी के अनुसार पूरी संभावना है कि भविष्य में हमें कोरोना जैसी एक और महामारी का दंश झेलना पड़ सकता है. यह लहर कब और कैसे आएगी, फिलहाल इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन अगर यह दावा सच होता है तो दुनिया के लाखों लोगों को इसका शिकार हो सकते हैं.
शी झेंगली ने जानवरों से इंसानों विशेष रूप से चमगादड़ों (बैट) से इंसानों में पहुंचने वाले वायरस के क्षेत्र में गहन रिसर्च की है, जिस वजह से उन्हें चीन की बैटवुमेन कहा जाता है.
40 से ज्यादा प्रजातियों पर संदेह
रिपोर्ट के मुताबिक शी झेंगली और उनकी टीम ने इस रिसर्च के दौरान 40 से ज्यादा कोरोना प्रजातियों की स्टडी की. रिसर्च में पता चला है कि उनमें से आधी से ज्यादा प्रजातियां बेहद संक्रामक और जोखिम भरी हैं. वे इंसानों और पशु-पक्षियों को तेजी से अपना शिकार बना सकती हैं. इनमें से छह पहले ही इंसानों में बीमारियां पैदा कर चुकी है और तीन ने पशुओं को संक्रमित किया है.