अफगानिस्तान: तालिबानी सरकार में शेष मंत्रियों-सदस्यों को जगह, प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कही ये बात
अफगानिस्तान में नवगठित तालिबान की कार्यवाहक सरकार ने शेष मंत्रियों और सदस्यों को नामित किया है. कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मुजाहिद ने एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "कैबिनेट के नए सदस्य पेशेवर व्यक्तित्व हैं, जिनमें डॉक्टर और उच्च शिक्षित व्यक्ति भी शामिल हैं.
अफगानिस्तान में नवगठित तालिबान की कार्यवाहक सरकार ने शेष मंत्रियों और सदस्यों को नामित किया है. कार्यवाहक सरकार के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने मंगलवार को यह जानकारी दी. मुजाहिद ने एक संवाददाता सम्मेलन में संवाददाताओं से कहा, "कैबिनेट के नए सदस्य पेशेवर व्यक्तित्व हैं, जिनमें डॉक्टर और उच्च शिक्षित व्यक्ति भी शामिल हैं." मुजाहिद ने कहा कि नए मंत्रिमंडल के सदस्यों को तालिबान के सर्वोच्च नेता मुल्ला हैबतुल्लाह अखुंदजादा के आदेश के अनुरूप नियुक्त किया गया है.
प्रवक्ता ने कहा कि एक अनुभवी व्यवसायी, हाजी नुरुदीन अजीजी को वाणिज्य के लिए कार्यवाहक मंत्री और कलंदर एबाद को सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कार्यवाहक मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है. मुजाहिद ने यह भी उम्मीद जताई कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्लामिक अमीरात को मान्यता देगा.
उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्लामिक स्टेट, अल कायदा या अफगानिस्तान में किसी भी अन्य आतंकवादी समूहों की उपस्थिति को खारिज करते हुए कहा कि इस्लामिक अमीरात किसी भी चरमपंथी संगठन को नष्ट करने में सक्षम है और वह किसी भी देश के खिलाफ अफगानिस्तान की किसी भी धरती का इस्तेमाल नहीं होने देंगे.
टोलो न्यूज ने बताया कि प्रवक्ता ने यह भी घोषणा की कि नई सरकार का उद्घाटन समारोह इस समय लोगों को सेवा प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करने के कारण रद्द कर दिया गया है. देश की आर्थिक स्थिति के बारे में उन्होंने कहा कि घरेलू राजस्व बुनियादी जरूरतों के लिए पर्याप्त हो सकता है.
हम सभी राजनयिक माध्यमों का उपयोग अफगान संपत्तियों को मुक्त करने के लिए कर रहे हैं. महिला मामलों के मंत्रालय और लड़कियों की शिक्षा के बारे में पूछे जाने पर मुजाहिद ने कहा कि कार्यवाहक कैबिनेट काम और शिक्षा के लिए महिलाओं की मांगों को पूरा करने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा, "हम प्रक्रियाओं को पूरा करने के लिए काम कर रहे हैं, ताकि लड़कियां अपनी शिक्षा फिर से शुरू कर सकें."