चीन में एक शख्स का मामला सामने आया है, जो देश के कठोर कार्यसंस्कृति का शिकार हुआ. यह व्यक्ति 104 दिनों तक लगातार काम करने के बाद अंग विफलता के कारण मौत के मुंह में चला गया. 'साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट' (SCMP) की रिपोर्ट के अनुसार, इस 30 वर्षीय व्यक्ति का नाम अ'बाओ था, जिसने केवल एक दिन की छुट्टी ली थी.
ग्वांगझोउ डेली के मुताबिक, एक अदालत ने कंपनी को इस व्यक्ति की मौत के लिए 20 प्रतिशत जिम्मेदार ठहराया है. अ'बाओ की मौत न्यूमोकोकल संक्रमण के कारण हुई, जिसने उसके कई अंगों को प्रभावित किया. यह संक्रमण आमतौर पर कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों को प्रभावित करता है.
कंपनी ने दी दलील
कंपनी का दावा है कि अ'बाओ की मौत पहले से मौजूद स्वास्थ्य समस्याओं के कारण हुई और उसने समय पर इलाज नहीं कराया. अ'बाओ फरवरी 2022 से पेंटर के रूप में इस कंपनी के साथ अनुबंध पर काम कर रहा था. उसका अनुबंध जनवरी 2023 तक समाप्त होने वाला था, लेकिन उसे झेजियांग प्रांत में एक नए प्रोजेक्ट पर स्थानांतरित कर दिया गया.
फरवरी से मई तक उसने लगातार 104 दिनों तक काम किया, जिसमें सिर्फ 6 अप्रैल को उसने एक दिन की छुट्टी ली थी. 25 मई को उसकी तबियत बिगड़ गई और उसने एक दिन की छुट्टी ली, लेकिन बाकी समय अपने डॉर्मेटरी में ही बिताया. तीन दिन बाद उसकी हालत गंभीर हो गई, उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे फेफड़ों के संक्रमण और श्वसन विफलता का पता चला. 1 जून को उसकी मृत्यु हो गई.
सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों की रिपोर्ट
प्रारंभिक जांच के बाद, सामाजिक सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि बीमार पड़ने और मृत्यु के बीच का समय 48 घंटे से अधिक था, इसलिए यह मामला काम से संबंधित चोट के अंतर्गत नहीं आता. इसके बाद, अ'बाओ के परिवार ने कंपनी के खिलाफ मुकदमा दायर किया और नियोक्ता की लापरवाही का आरोप लगाया.
अदालत का निर्णय
कंपनी ने बचाव में कहा कि अ'बाओ का कार्यभार प्रबंधनीय था और उसने स्वेच्छा से ओवरटाइम किया. लेकिन अदालत ने कहा कि 104 दिनों तक लगातार काम करना चीनी श्रम कानून का स्पष्ट उल्लंघन है. कानून के अनुसार, किसी भी कर्मचारी को एक दिन में 8 घंटे से अधिक और सप्ताह में औसतन 44 घंटे से अधिक काम नहीं करना चाहिए. अदालत ने माना कि श्रम कानूनों का उल्लंघन अ'बाओ की प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर होने और उसकी मृत्यु का मुख्य कारण बना.
अदालत ने अ'बाओ के परिवार को 400,000 युआन (लगभग 56,000 अमेरिकी डॉलर) मुआवजा देने का आदेश दिया, जिसमें 10,000 युआन मानसिक पीड़ा के लिए शामिल हैं.
यह घटना चीन में अत्यधिक कार्यसंस्कृति और इसके कर्मचारियों पर पड़ने वाले प्रभावों की एक गंभीर तस्वीर प्रस्तुत करती है.