
पेशावर, पाकिस्तान: पाकिस्तान के मिंगोरा के स्वात नदी से एक दिल दहला देनेवाली खबर सामने आई है. जहांपर पिकनिक मनाने नदी के किनारे पहुंचे लोगों के साथ ऐसा हादसा हुआ, जिसके बारे में उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा. नदी में अचानक से बाढ़ आ गई और दो परिवारों के करीब 18 पानी में फंस गए. इसके बाद इस पानी के बहाव में 17 लोग बह गए, जिनमें से 17 लोगों की मौत हो गई. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें देखा जा सकता है कि कुछ लोग छोटी सी टीले नुमा उंची जगह पर अपनी जान बचाकर खड़े है और चारों तरफ बाढ़ का पानी ही पानी है. ये भी जानकारी सामने आई है की प्रशासन की ओर से इन्हें किसी भी तरह की कोई मदद नहीं मिली है.
इन्हें रेस्क्यू किया जाता तो शायद इनकी जान बच सकती थी. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया X पर @MithilaWaala नाम के हैंडल से शेयर किया गया है. ये भी पढ़े:Pakistan: पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अचानक आई बाढ़, 11 लोगों की मौत
स्वात नदी में बहे 18 लोग
🚨TRAGIC #Pakistan: 15 members of a family hailing from #Sialkot, Punjab were swept away in the #SwatRiver due to flood in Mingora, Swat.
Eyewitness claim family cried, screamed and waited for hours for help from Pak Govt, Army and Police But No one came to rescue them. pic.twitter.com/4JQeJ3QJgC
— Amitabh Chaudhary (@MithilaWaala) June 27, 2025
नाश्ते के दौरान आई मौत की लहर
यह हादसा फिज़ागाट क्षेत्र में हुआ, जहां दोनों परिवार सुबह-सुबह नाश्ता कर रहे थे. बच्चे सेल्फी लेने नदी के किनारे गए ही थे कि अचानक नदी का जलस्तर बढ़ गया. किसी को संभलने का मौका नहीं मिला और तेज बहाव ने सभी को अपनी चपेट में ले लिया.
दो घंटे इंतज़ार के बाद भी नहीं पहुंची मदद
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, परिवारों ने दो घंटे तक प्रशासन की मदद का इंतजार किया, लेकिन कोई नहीं आया. इस दौरान पानी का स्तर लगातार बढ़ता रहा और अंततः तेज धार में सभी बह गए.। एकमात्र बचे व्यक्ति ने मीडिया से बात करते हुए कहा,'हम चाय पी रहे थे, बच्चे तस्वीरें ले रहे थे, तब नदी शांत थी. फिर अचानक सब बदल गया.यह दिल दहला देने वाली घटना सीसीटीवी और मोबाइल कैमरे में कैद हो गई, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है.वीडियो में पानी के बहाव में फंसे लोगों की चीख-पुकार देखी जा सकती है, जिसे देखकर लोग स्तब्ध रह गए.रेस्क्यू टीमों ने अब तक सात शव बरामद किए हैं, जिनमें कई बच्चे भी शामिल हैं. कुछ लोगों को जिंदा बचा लिया गया है, लेकिन कई अब भी लापता बताए जा रहे हैं. मृतकों का संबंध सियालकोट शहर से था.