Stephen Hawking 80th Birthday Google Doodle: भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग की 80वीं जयंती पर गूगल ने समर्पित किया खास डूडल (Watch Video)

सर्च इंजिन गूगल ने महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग की 80वीं जयंती पर उन्हें एक खास डूडल समर्पित किया है. 8 जनवरी को स्टीफन हॉकिंग की जयंती को खास बनाने के लिए गूगल ने एक एनिमेटेड डूडल बनाया है और इस डूडल के जरिए गूगल ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल में हॉकिंग की अपनी कंप्यूटर जनित आवाज दी गई है.

Stephen Hawking Google Doodle| PC: Google Homepage

Stephen Hawking 80th Birthday Google Doodle: गूगल अक्सर किसी महान शख्सियत की जयंती या किसी खास इवेंट को अपने स्पेशल डूडल के जरिए सेलिब्रेट करता है. आज सर्च इंजिन गूगल ने महान भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग की 80वीं जयंती (Stephen Hawking 80th Birthday) पर उन्हें एक खास डूडल (Google Doodle) समर्पित किया है. 8 जनवरी को स्टीफन हॉकिंग (Stephen Hawking) की जयंती को खास बनाने के लिए गूगल ने एक एनिमेटेड डूडल बनाया है और इस डूडल के जरिए गूगल ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है. उनके सम्मान में बनाए गए इस डूडल में हॉकिंग की अपनी कंप्यूटर जनित आवाज दी गई है. वीडियो में उनकी जीवन यात्रा की झलक दिखाते हुए बताया गया है कि ब्रह्मांड में हॉकिंग का क्या योगदान रहा है. इसके साथ ही यह भी दर्शाया गया है कि न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी (Neurodegenerative Disease) के साथ उन्होंने कैसे अपना जीवन बिताया.

डूडल में उनकी जीवन यात्रा को दर्शाने के साथ ही दिखाया है कि किस तरह से स्टीफन हॉकिंग महज 21 साल की उम्र में ही न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी से ग्रसित हो गए थे, बावजूद इसके उन्होंने ब्रह्मांड के सबसे बड़े रहस्यों की जांच की. वो ब्लैक होल और बिग बैंग के अपने प्रसिद्ध विचारों के साथ हमारे युग के सबसे अधिक पहचाने जाने वाले वैज्ञानिक हैं. आधुनिक भौतिकी में उनके योगदान के अलावा उनकी सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तकों ने दुनिया भर में लाखों पाठकों के लिए इस क्षेत्र को व्यापक रूप से सुलभ बना दिया. यह भी पढ़ें: Kano Jigoro Google Doodle: कानो जिगोरो का 161वां जन्मदिन, गूगल ने जापान के 'फादर ऑफ जूडो' को समर्पित किया ये खास डूडल

देखें वीडियो-

स्टीफन विलियम हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 को इंग्लैंड के ऑक्सफोर्ड में हुआ था. साल 1965 में हॉकिंग ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में अपनी डॉक्टरेट थीसिस ‘प्रॉपर्टीज ऑफ एक्सपेंडिंग’ का बचाव किया था, जिसने क्रांतिकारी सिद्धांत प्रस्तुत किया कि अंतरिक्ष और समय की उत्पत्ति एक विलक्षणता से हुई, एक बिंदु जो असीम रूप से छोटा और घना है, जिसे आज प्रमुख रूप से ब्लैक होल के तौर पर जाना जाता है. हॉकिंग ने अपने करियर की शुरुआत कैंब्रिज के गोनविल और कैयस कॉलेज में रिसर्च फेलो के रूप में की थी.

हॉकिंग ने साल 1974 में खोज की थी कि पार्टिकल्स ब्लैक होल से बच सकते हैं. हॉकिंग विकिरण नामक इस सिद्धांत को भौतिकी में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान माना जाता है. 1979 में ब्लैक होल पर हॉकिंग के काम ने कैंब्रिज विश्वविद्यालय में उन्हें गणित के लुकासियन प्रोफेसर के रूप में नियुक्त करने के लिए प्रेरित किया. उनका निधन 76 वर्ष की आयु में 4 मार्च 2018 को हो गया था.

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