ब्रिटेन में हुई पहली एआई समिट के बाद ईलॉन मस्क ने कुछ भविष्यवाणियां की हैं कि एआई के युग में दुनिया कैसी होगी.सोशल मीडिया साइट एक्स (ट्विटर) के मालिक और उद्योगपति ईलॉन मस्क ने कहा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के कारण भविष्य "प्रचुरता का युग” होगा जहां सबके पास अत्यधिक आय होगी. लेकिन साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि इंसानों जैसे रोबोट जिन्हें ह्यूम्नोएड कहा जाता है, वे इंसान को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक और ईलॉन मस्क ने ब्रिटेन के ब्लेचली पार्क में हुई दुनिया की पहली एआई समिट के बाद एक चर्चा की. इस चर्चा के दौरान स्पेस एक्स और टेस्ला जैसी कंपनियों के मालिक मस्क ने कहा कि एक ऐसा दौर आएगा जब किसी नौकरी की जरूरत नहीं रह जाएगी.
उन्होंने कहा कि एआई एक जादूई जीनी है जो आपकी हर इच्छा पूरी कर सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि अक्सर ऐसी परिकथाओं का अंतर सुखद नहीं होता. मस्क ने कहा, "जीवन का अर्थ खोजना भविष्य की चुनौतियों में से एक होगा.”
जादुई जीनी है एआई
मस्क ने कहा कि एआई इतिहास की सबसे विध्वंसकारी ताकत है, जिसके बाद कोई काम करने की जरूरत नहीं रह जाएगी. उन्होंने कहा, "पता नहीं लोग इससे राहत महसूस करेंगे या परेशान होंगे. यह अच्छा भी है और बुरा भी. अगर आपको ऐसा जादुई जीनी मिल जाए जो आपकी सारी इच्छाएं पूरी कर दे तो हम जीवन का अर्थ कैसे खोजेंगे? यह भविष्य की चुनौतियों में से एक होगी.”
ह्यूम्नोएड्स को लेकर मस्क काफी चिंतित नजर आए. उन्होंने आगाह करते हुए कहा कि ये ह्यूम्नोएड इंसान के पीछे कहीं भी पहुंच सकते हैं. इसलिए उन्होंने हर रोबोट में एक ऐसा बटन जरूरी बताया जो इन्हें स्विच ऑफ कर सके. उन्होंने कहा, "ये ह्यूम्नोएड कहीं भी आपका पीछा कर सकते हैं. इस बारे में हमें काफी चिंतित होना चाहिए. अगर कोई रोबोट कहीं भी आपके पीछे आ सकता है तो क्या होगा अगर उन्हें एक ऐसा सॉफ्टवेयर अपडेट मिल जाए, जिससे वे दोस्ताना ना रह जाएं.”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनाक ने कहा कि सभी ने रोबोट के बारे में ऐसी फिल्में देखी हैं जो मशीनों का स्विच बंद करने के साथ खत्म होती हैं.
चीन पर चर्चा
सुनाक और मस्क के बीच एआई को लेकर चीन की भूमिका पर भी बात हुई. मस्क ने इस बात का स्वागत किया कि चीन एआई सुरक्षा पर ध्यान दे रहा है. उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चीन को ब्रिटेन और अमेरिका के साथ मिलकर काम करना चाहिए. उन्होंने एआई सुरक्षा सम्मेलन में चीन को शामिल किए जाने का समर्थन किया.
उन्होंने कहा, "अगर अमेरिका, ब्रिटेन और चीन सुरक्षा पर एकमत होंगे तो यह अच्छी बात होगी क्योंकि नेतृत्व का मतलब यही होता है. मेरे ख्याल से उनका (चीन का) यहां होना जरूरी था. अगर उनकी हिस्सेदारी नहीं है तो यह सब बेमतलब है.”
एआई सम्मेलन का हासिल
ब्रिटेन में हुए दुनिया के सबसे पहले एआई सम्मेलन में उद्योगपतियों और नेताओं के बीच इस बात पर सहमति नजर आई कि एआई को लेकर सुरक्षा उपाय बेहद जरूरी हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित करने पर काम करने वाले लोगों ने कहा कि कोई भी नया मॉडल लाने से पहले उसकी जांच जरूरी है ताकि इस तेजी से विकसित हो रही तकनीक के खतरों को सीमित किया जा सके.
पहले भी कई तकनीकी विशेषज्ञों ने एआई को लेकर चेतावनी दी है. कुछ लोगों ने तो यहां तक कहा है कि यह इंसान का सफायाकर सकती है और पूरी दुनिया को संकट में डाल सकती है.
ऋषि सुनाक ने कहा कि अमेरिका, यूरोपीय संघ और एक जैसी सोच रखने वाले अन्य देश एआई पर काम कर रहीं कपंनियों के साथ इस ‘ऐतिहासिक समझौते' पर पहुंचे हैं कि कोई भी मॉडल काम में लाए जाने से पहले बहुत सघन जांच से गुजरना चाहिए.
एआई के जनक माने जाने वाले योशुआ बेनिगो को ‘स्टेट ऑफ द साइंस' रिपोर्ट तैयार करने की जिम्मेदारी दी गई है जो खतरों और क्षमताओं की समीक्षा करेगी. सुनाक ने कहा, "अब तक एआई के नये मॉडलों के खतरों का आकलन वही कंपनियां कर रही थीं जो उन्हें विकसित कर रही थीं. अपना होमवर्क खुद जांचने का काम हम उन पर नहीं छोड़ सकते.”
वीके/एए (रॉयटर्स, एपी, एएफपी)