अमेरिका में जुड़वां बच्चों का "चमत्कारिक जन्म"

अमेरिका के अलबामा में एक महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

अमेरिका के अलबामा में एक महिला ने जुड़वां बच्चों को जन्म दिया है. अलग-अलग दिनों पर पैदा हुई इन बच्चियों का जन्म एक ‘चमत्कार’ है.अलबामा में रहने वाली 32 साल की केल्सी हैचर ने दो बच्चियों को जन्म दिया है. बीते शुक्रवार हैचर ने बताया कि उन्होंनेजुड़वां बच्चियों को जन्म दिया है जो अलग-अलग दिनों पर जन्मी हैं. ये बच्चियां अलग-अलग गर्भाश्य से पैदा हुई हैं.

हैचर की डिलीवरी को चमत्कार कहा जा रहा है क्योंकि ऐसा पांच करोड़ में एक बार ही होता है. हैचर उन चुनिंदा महिलाओं में से हैं जिनके दो गर्भाश्य थे और दोनों बच्चियों का जन्म अलग-अलग गर्भाश्य से हुआ.

गर्भवती होने के बाद की पूरी यात्रा को इंस्टाग्राम पर शेयर करने वाली हैचर ने एक पोस्ट में बताया, "हमारे चमत्कारिक बच्चे पैदा हो गए हैं.” उन्होंने कहा कि आंकड़ों के नजरिए से दोनों बच्चे अपने आप में दुर्लभ हैं और हमने फैसला किया कि उनके जन्मदिन अलग-अलग होने चाहिए."

पहली बच्ची को रॉक्सी लाएला नाम दिया गया है. उसका जन्म मंगलवार शाम को हुआ जबकि उसकी बहन रेबल लाकेन अगले दिन सुबह जन्मी. दोनों बच्चियां स्वस्थ हैं और जन्म के समय उनका वजन तीन किलो से ज्यादा था.

पता चला तो सांस अटक गई

डॉक्टरों ने अनुमान लगाया था कि हैचर की डिलीवरी क्रिसमस पर होगी. लेकिन 20 घंटे तक चले लेबर के बाद दोनों बहनें क्रिसमस से पहले ही घर पहुंच गईं. हैचर ने वादा किया है कि वह इन बच्चों के बारे में जानकारियां सोशल मीडिया पर साझा करती रहेंगी.

हैचर को 17 साल की उम्र में ही पता था कि उनके दो गर्भाश्य हैं. यह एक दुर्लभ स्थिति है जो 0.3 फीसदी महिलाओं में ही पाई गई है. ऐसे मामलों में हर गर्भाश्य में एक ही ओवरी और एक ही फैलोपियन ट्यूब होती है.

हैचर एक मसाज थेरेपिस्ट हैं. उनके पहले से तीन बच्चे हैं. मई में जब वह आठ हफ्ते के बाद होने वाले अल्ट्रासाउंड के लिए गईं तो उन्हें पता चला कि उनके गर्भ में दो बच्चे हैं और दोनों अलग-अलग गर्भाश्य में हैं.

अलबामा यूनिवर्सिटी के बर्मिंगम अस्पताल की ओर से जारी बयान के मुताबिक केल्सी ने बताया कि जब अस्पताल में अल्ट्रासाउंड करते हुए टेक्निशियन ने उपकरण को दूसरे गर्भाश्य की ओर घुमाया तो उसकी सांस ही अटक गई. वह बताती हैं, "वहां एक और बच्चा था. हम इस बात का यकीन ही नहीं कर पा रहे थे.”

मेडिकल सरप्राइज

हैचर की डॉक्टर श्वेता पटेल के मुताबिक दोनों गर्भाश्यों में एक साथ बच्चों का होना बेहद दुर्लभ होता है. पटेल ने ही पहले भी हैचर की डिलीवरी कराई थी. वह बताती हैं, "तब एक ही बच्चा था. दोनों गर्भाश्यों में बच्चों का होना एक मेडिकलसरप्राइज था.”

अस्पताल के जच्चा-बच्चा विभाग में डॉक्टर रिचर्ड डेविस कहते हैं कि केल्सी हैचर की प्रेग्नेंसी का अर्थ है कि दोनों बच्चों को एक ही गर्भाश्य में नहीं रहना पड़ा और अगर ऐसा होता तो डिलीवरी समय से पहले होने की संभावना ज्यादा होती. हैचर की डिलवरी 39वें हफ्ते में हुई.

डेविस ने कहा, "केल्सी के बच्चों के मामले में दोनों के पास अपने-अपने गर्भाश्य थे. दोनों के पास अपना प्लेसेंटा और गर्भनाल थी जिससे उन्हें विकास के लिए अतिरिक्त जगह मिली.”

ऐसा मामला 2019 में बांग्लादेश में भी सामने आया था, जब 20 साल की आरिफा सुल्ताना ने दो बच्चों को जन्म दिया था. सुल्ताना के बच्चों में 26 दिनों का अंतर था.

वीके/एए (एएफपी)

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