Remove China Apps: भारत और चीन (India-China Tension) के बीच तनातनी बढ़ती जा रही है. लद्दाख (Laddakh) में एलओसी पर चीनी सेना (Chinese Army) की खुरापात के विरोध में पूरे देश में चीन (China) के खिलाफ गुस्सा है. चीन के खिलाफ भारतीयों के गुस्से का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि चीनी ऐप्स (Chinese Apps) को हटाने के लिए बनाए गए रिमूव चाइना ऐप्स (Remove China Apps) को न सिर्फ व्यापक तौर पर समर्थन मिला, बल्कि 50 लाख से ज्यादा लोगों ने इसे अपने फोन में डाउनलोड भी किया है, लेकिन अब रिमूव चाइना ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) से हटा दिया गया है. इसका मतलब यह है कि अब यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है. बता दें कि हाल ही में चीनी ऐप टिकटॉक (TikTok) को टक्कर देने के लिए स्वदेशी ऐप मित्रों (Mitron) को लॉन्च किया गया था.
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने अभी इस बात की पुष्टि नहीं की है कि इस ऐप को क्यों हटाया गया है या यह भविष्य में गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध होगा या नहीं? इस ऐप को विकसित करने वाली जयपुर की कंपनी वन टच ऐपलैब ने ट्वीट कर कहा है कि इस ऐप को प्लेस्टोर से हटा दिया गया है, लेकिन ऐसा क्यों किया गया, कंपनी ने इसके बारे में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी है. यह भी पढ़ें: Mitron APP Removed from Google Play Store: मित्रों ऐप को गूगल ने प्ले स्टोर से हटाया, TikTok को टक्कर देने से हो रही थी चर्चा
आमतौर पर गूगल प्ले स्टोर से उन्हीं ऐप्स को हटा दिया जाता है, जो प्ले स्टोर की नीतियों का उल्लंघन करते हैं या फिर यूजर्स के लिए सेफ नहीं माने जाते हैं. फिलहाल OneTouchAppLabs कपंनी ने कहा है कि गूगल ने #RemoveChinaApps को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया है. इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि दो हफ्तों में जो आपने इस ऐप को समर्थन दिया है, उसके लिए सभी का धन्यवाद... आप कमाल के हैं.
देखें ट्वीट-
Dear Friends,
Google has suspended our #RemoveChinaApps from google play store.
Thank you all for your support in past 2 weeks.
"You Are Awesome"
TIP
Its easy to find the origin of any app by searching on google
by typing
<AppName> origin country
Stay Tuned !! Stay Safe!!
— onetouchapplabs (@onetouchapplabs) June 2, 2020
बहरहाल, रिमूव चाइना ऐप को विकसित करने वाली कंपनी की दलील है कि उसने इस ऐप को शैक्षिक इरादे से तैयार किया था, इसे व्यवसायिक इस्तेमाल के मकसद से नहीं बनाया गया था. कंपनी का कहना है कि इस ऐप को इसलिए विकसित किया गया था, ताकि यह जानकारी प्राप्त की जा सके कि कौन सा ऐप किस देश का है? बता दें कि यह ऐप 17 मई को गूगल प्ले स्टोर पर लाइव हुआ था, जिसे अब तक 50 लाख से भी ज्यादा लोग डाउनलोड कर चुके हैं.