Women Paddlers: महिला पैडलर्स ने वैश्विक मंच पर प्रभावशाली उपलब्धियां कीं हासिल

पिछले कुछ वर्षों में, टेबल टेनिस भारत में महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल कर रहा है, जिसमें खिलाड़ी अच्छी रैंकिंग हासिल कर रहे हैं. हाल के वर्षों में, भारत की महिला पैडलर्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रभावशाली उपलब्धियों के साथ सुर्खियां बटोर रही हैं.

Manika Batra (Photo Credit: Instagram)

नई दिल्ली, 2 अप्रैल: पिछले कुछ वर्षों में, टेबल टेनिस भारत में महत्वपूर्ण लोकप्रियता हासिल कर रहा है, जिसमें खिलाड़ी अच्छी रैंकिंग हासिल कर रहे हैं. हाल के वर्षों में, भारत की महिला पैडलर्स राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रभावशाली उपलब्धियों के साथ सुर्खियां बटोर रही हैं. यह भी पढ़ें: IPL 2023: अनिल कुंबले ने कहा, रूतुराज गायकवाड़ के शानदार छक्के जबर्दस्त टाइमिंग की देन

पैक का नेतृत्व मनिका बत्रा कर रही हैं, जो भारतीय टेबल टेनिस का चेहरा हैं. उन्होंने हाल ही में एशिया कप में कांस्य जीतने वाली पहली भारतीय महिला पैडलर बनकर और एशिया कप में पदक जीतने वाली एकमात्र दूसरी भारतीय बनकर पिछले साल नवंबर में 22 साल पुराने पदक के सूखे को समाप्त करके सुर्खियां बटोरीं.

कॉन्टिनेंटल इवेंट में ऐतिहासिक ब्रॉन्ज मेडल जीतने के रास्ते में 27 वर्षीय इस खिलाड़ी ने शीर्ष श्रेणी के खिलाड़ियों के खिलाफ प्रसिद्ध जीत दर्ज की. उन्होंने एक मैच में वल्र्ड नंबर 7 चेन जिंगटोंग को हरा दिया, इसके बाद क्वार्टर फाइनल में वल्र्ड नंबर 23 चेन सू-यू पर 4-3 से जीत दर्ज की.

कांस्य पदक के प्लेआफ में, भारत के शीर्ष रैंक के पैडलर ने 2021 विश्व कप की कांस्य पदक विजेता जापान की हिना हयाता को हराकर ऐतिहासिक पदक हासिल किया. मनिका से पहले, पूर्व पुरुष एकल खिलाड़ी चेतन बबूर एशिया कप में पदक जीतने वाले एकमात्र भारतीय पैडलर थे, जिन्होंने 1997 में कांस्य और 2000 में रजत जीता था.

मनिका पहली बार गोल्ड कोस्ट, आस्ट्रेलिया में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में प्रसिद्ध हुईं, जब उन्होंने चार पदक जीते, जिनमें से दो स्वर्ण थे. उन्होंने डब्ल्यूटीटी में खेल में एकल स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनकर इतिहास रचा. स्टार पैडलर युगल विश्व रैंकिंग में शीर्ष 5 में पहुंचने वाली पहली भारतीय भी बनीं. जबकि उन्होंने अप्रैल 2022 में महिला युगल में अर्चना कामथ के साथ साझेदारी करके इसे हासिल किया, उन्होंने नवंबर 2022 में मिश्रित युगल में सत्यन गुणशेखरन के साथ जोड़ी बनाकर भी यही हासिल किया.

एक अन्य खिलाड़ी जो भारतीय महिला टेबल टेनिस के उज्‍जवल भविष्य के संकेत दे रही हैं, वह श्रीजा अकुला हैं. तेलंगाना की इस पैडलर ने हाल ही में दीया चितले के साथ पार्टनरशिप करते हुए अपने महिला एकल राष्ट्रीय ताज को बरकरार रखा और महिला युगल खिताब भी जीता. 24 वर्षीय ने 2022 में टेबल टेनिस बिरादरी की निगाहें तब खींचीं, जब उन्होंने अनुभवी खिलाड़ी मौमा दास को 4-1 से हराकर अपना पहला राष्ट्रीय खिताब जीता, इस उपलब्धि को हासिल करने वाली तेलंगाना की पहली महिला बनीं.

उन्होंने अनुभवी शरथ कमल के साथ भागीदारी करते हुए बमिर्ंघम में 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में मिश्रित युगल का स्वर्ण जीतने के लिए अपने चौंकाने वाले प्रदर्शन से अपना नाम बनाया. इस साल की शुरूआत में जनवरी में, श्रीजा ने एशियाई डब्ल्यूटीटीसी कॉन्टिनेंटल स्टेज टूर्नामेंट में वल्र्ड नंबर 21 चीनी ताइपे की चेन सू-यू को 4-3 से हराकर वल्र्ड टेबल टेनिस चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीटीसी) की एकल स्पर्धाओ के लिए क्वालीफाई किया. फाइनल, 20 मई से डरबन में शुरू होगा.

साथ ही, उनके पास दुनिया में शीर्ष रैंक वाली 35 वर्षीय मनिका का साथ होगा, जिन्होंने प्री-क्वार्टर में हांगकांग की झू चेंगझू को हराकर अपना स्थान पक्का किया. इसके अलावा, श्रीजा ने अपनी जोड़ीदार रीथ रिश्या के साथ महिला युगल स्पर्धा में भी जगह बनाई. इसके अलावा, विश्व में सातवें स्थान पर काबिज मनिका और अर्चना के पास भी अपनी मौजूदा विश्व रैंकिंग के आधार पर कट पार करने का अच्छा मौका है.

मनिका ने अपने जोड़ीदार सत्यन गुणशेखरन के साथ डब्ल्यूटीटीसी की मिश्रित युगल स्पर्धा में भी जगह पक्की की. मनिका और श्रीजा के अलावा, कई अन्य प्रतिभाशाली पैडलर जैसे सुतीर्था मुखर्जी, आयुका मुखर्जी, मधुरिका पाटकर और अर्चना कामथ भी खेल में महत्वपूर्ण प्रगति कर रही हैं.

महिलाओं की ये उपलब्धियां न केवल उनकी व्यक्तिगत प्रतिभा और समर्पण का प्रमाण हैं, बल्कि भारत में महिलाओं के खेल के प्रति बदलते ²ष्टिकोण को भी दर्शाती हैं. इन खिलाड़ियों की सफलता ने युवा लड़कियों को खेलों में आने और अपने सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित किया है.

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