नयी दिल्ली, 22 जून : भारतीय तैराकी संघ (SFI) ने श्रीहरि नटराज और माना पटेल को ‘यूनिवर्सलिटी प्लेस क्वालिफिकेशन सिस्टम (कोटा)’ के माध्यम से तोक्यो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए नामित किया है. अगर किसी देश का कोई तैराक नियमित प्रक्रिया से क्वालीफिकेशन हासिल करने में विफल रहता है तो वह देश इस प्रणाली के तहत अपने दो सर्वोच्च रैंकिंग वाले तैराकों की सिफारिश कर सकता है. ‘यूनिवर्सलिटी’ कोटा एक देश के एक पुरुष और एक महिला प्रतियोगी को ओलंपिक में भाग लेने की अनुमति देता है, बशर्ते उस लिंग से किसी अन्य तैराक ने खेलों के लिए क्वालीफाई नहीं किया हो या फिना (तैराकी की वैश्विक संस्थान) ने उसे आमंत्रण (बी समय के अधार पर)ना दिया हो. इन दोनों भारतीय तैराक को 100 मीटर बैकस्ट्रोक स्पर्धा में भाग लेने के लिए नामांकित किया गया है क्योंकि वे अपने-अपने लिंग में सर्वोच्च रैंकिंग वाले भारतीय तैराक हैं. श्रीहरि के 863 अंक और माना के 735 अंक हैं.
इससे तोक्यो ओलंपिक में माना की भागीदारी की लगभग पुष्टि हो गई है क्योंकि किसी अन्य महिला तैराक ने ओलंपिक चयन समय या ‘बी’ मानक हासिल नहीं किया है. श्रीहरि को हालांकि अभी इंतजार करना होगा. श्रीहरि सहित छह भारतीय पुरुष तैराकों ने ‘बी’ मानक हासिल किया है और इस सप्ताह ‘ए’ मानक हासिल करने के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे. क्वालीफिकेशन समय हासिल करने की अंतिम तिथि 27 जून है. अगर कोई भी भारतीय खिलाड़ी ‘ए’ मानक हासिल कर लेता है तो यूनिवर्सलिटी कोटा रद्द हो जाएगा. श्रीहरि और सजन प्रकाश ने 2016 रियो ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व किया था और वे हाल ही में ‘ए’ मानक हासिल करने के करीब पहुंच गये थे. यह भी पढ़ें : Maharashtra: विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव सरकार पर मॉनसून सत्र छोटा रखने का आरोप लगाया, कही ये बात
ये दोनों तैराक रोम में इस सप्ताह ओलंपिक क्वालीफाइंग स्पर्धा में इसे हासिल करने की कोशिश करेंगे. अभी तक किसी भी भारतीय तैराक ने ओलंपिक के लिए ‘ए’ क्वालीफिकेशन हासिल नहीं किया है. एसएफआई की सचिव मोनल चौकसी ने यहां जारी बयान में कहा, ‘‘ फिना के परिपत्र के अनुसार एसएफआई ने श्रीहरि नटराज और माना पटेल को क्रमशः पुरुष और महिला वर्ग में ‘यूनिवर्सलिटी’ कोटा के लिए नामित किया है. यह फिना द्वारा अनुमोदित ओलंपिक क्वालीफिकेशन स्पर्धाओं (एक मार्च 2019 से 20 जून 2021 तक) में हासिल किए गए सर्वाधिक अंक के आधार पर है. ’’