Novak Djokovic Wins Wimbledon: नोवाक जोकोविच बने छठी बार विजेता, मगर कई भारतीय कर चुके है कमाल- जानें विम्बलडन से जुड़ा भारत का इतिहास
Novak Djokovic

नई दिल्ली: असंभव ही है कि कोई खिलाड़ी, जो टेनिस कोर्ट पर उतरा हो, विम्बलडन जीतना उसका सपना न रहा हो. कुछ खिलाड़ी ऐसे होते हैं जो इस सपने को बार-बार जीते हैं और दुनिया के बनाए हुए पैमाने को तुच्छ साबित कर बताते हैं कि सारे पैमाने सिर्फ एक आंकड़ें भर है और टूटना उनकी नियति है. ऐसे ही एक कलंदर का नाम है नोवाक जोकोविच(Novak Djokovic). सर्बिया के इस महान खिलाड़ी ने विंबलडन 2021 का खिताब एक बार फिर जीत लिया है.फाइनल में जोकोविच ने इटली के माटियो बेरेटिनी को 4-6, 6-4, 6-4, 6-3 से हराया.

फेडरर और नडाल की बराबरी की

जोकोविच की बादशाहत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि छठी बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया है. यह उनका ओवरऑल 20वां ग्रैंड स्लैम टाइटल है. इसके साथ उन्होंने स्विट्जरलैंड के रोजर फेडरर और स्पेन के राफेल नडाल की बराबरी कर ली है. दोनों ने 20-20 ग्रैंड स्लैम टाइटल जीते हैं। विम्बलडन का पहला खिताब जोकोविच ने 2011 में जीता था। इसके बाद उन्होंने 2014 और 2015 का खिताब भी अपने नाम किया. विम्बलडन के कोर्ट पर पिछले तीन बार से उनके अलावा कोई और इसे नहीं जीत पाया है. टेनिस की दुनिया में यह साल अब तक पूरी तरह जोकोविच के नाम रहा है. इस साल हुए तीनों ग्रैंडस्लैम का ताज जोकोविच के सिर सजा है. यह भी पढ़े: Wimbledon 2021: इटली केJacopo Berrettini ने विंबलडन फाइनल में पहुंचकर रचा इतिहास

2003 से टेनिस कोर्ट पर उतरे जोकोविच ने कई चमत्कारिक प्रदर्शन किए हैं. अबतक के अपने जीवन में 968 मैच खेलने वाले जोकोविच ने सिर्फ 195 मैच ही गवाएं हैं. जोकोविच टेनिस की वर्ल्ड रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज हैं. जोकोविच को जितना प्यार उनके प्रशंसक करते हैं उतना ही प्रेम जोकोविच उनसे करते हैं.इसका हालिया उदाहरण विम्बलडन का फाइनल जीतने के बाद देखने को मिला, जब एक नन्हीं प्रशंसक को उन्होंने अपना प्रिय रैकेट तोहफे के रूप में दे दिया.