महान भारतीय महिला तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी शनिवार को लॉर्ड्स के 'होम ऑफ क्रिकेट' स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने मैदान पर उतरेगी. भारतीय टीम इस मौके को यादगार बनाने के लिए बख़ूबी प्रयास करेगी साथ ही साथ इस महान खिलाड़ी को जीत के साथ विदाई देना चाहेगी. भारतीय महिला टीम शनिवार को सीरीज के तीसरे और अंतिम वनडे में इंग्लैंड की महिला टीम से भिड़ेगी. यह भी पढ़ें: यहाँ जाने IND-W और ENG-W के बीच तीसरे एकदिवसीय क्रिकेट मैच का टीवी पर मुफ्त लाइव प्रसारण कब और कहाँ देखें
भारतीय महिला इस सीरीज में 2-0 से आगे चल रही है. 1999 के बाद इंग्लैंड के खिलाफ यह पहली बार वनडे सीरीज जीता है. T20I श्रृंखला 2-1 से हारने के बाद, भारत ने एकदिवसीय चरण में हर क्षेत्र में इंग्लैंड को पूरी तरह से नतमस्तक करते हुए शानदार वापसी की है. टीम इंडिया ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया है, इस सीरीज को झूलन का 'रिटायरमेंट टूर' कहा जा रहा है.
झूलन भारतीय क्रिकेट की सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में से एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह देगी. झूलन ने 203 एकदिवसीय मैच भारत के लिए खेली है, जिसमें उन्होंने 253 विकेट ली हैं. 12 टेस्ट मैचों में 44 विकेट उनके नाम है. सबसे छोटे प्रारूप T20I में 68 मैचों में 56 विकेट हैं.वनडे में सबसे सफल महिला गेंदबाज हैं. उन्होंने अपने बल्ले से भी काफी प्रभावित किया है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में तीन अर्द्धशतकों के साथ 1,924 रन भी उनके नाम हैं.
भारतीय बल्लेबाजों ने इस दौरे पर अपनी काबिलियत दिखाया है. कप्तान हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना, यास्तिका भाटिया और हरलीन देओल जैसे सितारों ने सीरीज में शानदार प्रदर्शन की हैं. गेंदबाजों ने भी सटीक प्रदर्शन किया है, जिसमें तेज गेंदबाज रेणुका सिंह, स्पिनर दीप्ति शर्मा, तेज गेंदबाज पूजा वस्त्राकर और झूलन खुद गेंद के साथ टीम के शीर्ष प्रदर्शन करने वालों में से हैं. यह भी पढ़ें: बल्लेबाज विराट कोहली ने जीत के बाद कहा "अब तुम्हें हैदराबाद में देखेंगे"
दूसरी ओर इंग्लैंड की लगातार दो हार के वजह से 'करो या मरो' का हालात है क्योंकि अपने ही घर में हारने से ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं होता है. टैमी ब्यूमोंट, सोफिया डंकले, डेनिएल वायट जैसे इंग्लैंड के किसी भी स्टार बल्लेबाज के पास भारतीय गेंदबाजी का कोई जवाब नहीं था. भारतीय महिला गेंदबाजों ने इंग्लैंड को कोई भी बड़ी साझेदारियों नहीं बनने दी, जिससे उनको काफी नुकसान हुआ.
गेंदबाज भी उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे. केट क्रॉस, लॉरेन बेल, फ्रेया केम्प, सोफी एक्लेस्टोन, चार्ली डीन ने भारत की रन-मेकिंग मशीन रमनप्रीत और स्मृति को नहीं रोक पायी, पिछले मैच में खासकर शुरुआती ओवरों के दौरान हरमनप्रीत ने पूरे गेंदबाजी आक्रमण को तहस-नहस कर दिया था. इंग्लैंड के लिए दो मेन टारगेट हरमनप्रीत और स्मृति को रोकना होंगा.
परिणाम चाहे जो भी हो, प्रशंसकों को लॉर्ड्स में एक अच्छी मुकाबला देखने को मिलेगा. टीम इंडिया अपने सबसे बड़े खिलाड़ी झूलन, या "झुन्नू दी" के लिए जीत के साथ सीरीज को समाप्त करने के लिए उत्सुक होगी, सीरीज के शुरुवात में ही स्मृति मंधना ने इस सीरीज को "झुन्नू दी" को समर्थित कर दिया था.